
वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि ऑफिस में वास्तु दोष हो तो उसका असर कर्मचारियों के मनो-मस्तिष्क पर तथा उनकी सेहत पर भी पड़ सकता है। यहां तक कि ऑफिस में वास्तु दोष होने से कंपनी को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। ऑफिस के वास्तु दोषों को नीचे लिखे उपायों से दूर किया जा सकता है-
- ऑफिस में बॉस का केबिन सबसे पहले नहीं होना चाहिए। प्रवेश द्वार के समीप किसी ऐसे सहायक का कक्ष हो जो आने वालों को जानकारी उपलब्ध करवा सके।
- दरवाजे की सीध में किसी कर्मचारी को न बैठाएं।
- ऑफिस में हरे या गहरे रंग का प्रयोग नहीं करना चाहिए। सफेद, क्रीम या पीला जैसे हल्के रंग का उपयोग करना चाहिए।
- ऑफिस में पानी की व्यवस्था ईशान कोण में करनी चाहिए। ईशान में पानी तब ही शुभ होगा, जब उसका संबंध जमीन से हो। यदि धरातल से ऊंचे स्थान पर पानी रखना हो तो अपनी सुविधानुसार किसी भी स्थान पर रख सकते हैं।
- कुबेर का वास उत्तर दिशा में माना गया है। इसलिए जहां तक संभव हो कैशियर को उत्तर दिशा में ही बैठाएं।
- कम्प्यूटर, कंट्रोल पैनल, विद्युत उपकरण आदि कार्यालय के आग्नेय कोण में ही लगाए जाने चाहिए।
- यदि ऑफिस में वेटिंग रूम बनवाएं तो वायव्य कोण उचित रहेगा। कान्फ्रेंस/मीटिंग हॉल भी वायव्य कोण में शुभ माना गया है।
- एक टेबल पर एक से अधिक कर्मचारियों को नहीं बैठाना चाहिए। इससे काम प्रभावित होता है।
- ऑफिस के बड़े अधिकारियों को दक्षिण में व छोड़े अधिकारियों को पश्चिम में बैठाना चाहिए।
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