
नेरचौक मेडिकल कॉलेज से कुछ दूरी पर गांव के पास काेरोना संक्रमित व्यक्ति का शव खुले में जलाने का ग्रामीणों ने विराेध किया। लेकिन एसडीएम बल्ह आशीष शर्मा ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया। प्रशासन ने अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी की पूरी व्यवस्था की थी। पिता की चिता को बेटे ने पीपीई किट पहनकर मुखाग्नि दी।
शव के अंतिम संस्कार के लिए रेडक्रॉस के स्वयंसेवियों ने भी मदद की। हमीरपुर के कोरोना संक्रमित व्यक्ति की शुक्रवार शाम नेरचौक मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी। इसके बाद प्रशासन ने यहीं अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया था। मंडी जिला प्रशासन ने अंतिम संस्कार की सभी रस्में पूरी करवाई व मौके पर पंडित भी बुलाया था।
हमीरपुर जिला प्रशासन ने सजगता दिखाई। प्रशासन ने कोरोना संक्रमित मृतक के बेटे व रिश्तेदार को नेरचौक आने जाने के लिए सरकारी वाहन उपलब्ध करवाया। एडीएम हमीरपुर जितेंद्र सांजटा व एचएएस प्रोबेशनर अधिकारी पारस डोगरा को प्रशासन ने साथ भेजा। अंतिम संस्कार के बाद बेटा अस्थियां चुनकर ले जाएगा। अंतिम संस्कार के लिए मृतक के बेटे के अलावा एक रिश्तेदार व पंचायत का उपप्रधान नेरचौक पहुंचे थे।
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