
अधिकारी के खिलाफ पुलिस थाना सुजानपुर में एक पीड़ित उपभोक्ता ने मामला दर्ज कराया है। पुलिस अब कंपनी के अफसर की तलाश में जुट गई है। जिला मुख्यालय हमीरपुर में कंपनी की ब्रांच एक साल पहले ही बंद हो चुकी है।उल्लेखनीय है कि एफडी पर ब्याज दर 11 फीसदी थी। शुरू में कंपनी ने कुछ लोगों को लाभ दिए। इससे लालच में आकर कई लोग कंपनी से जुड़ गए। पीड़ित संजीव कुमार पुत्र प्रकाश चंद निवासी बिडसाई, आलमपुर ने शिकायत में कहा है कि उसकी तरह सैकड़ों लोगों ने जिंदगी भर की पूंजी लगाई है।
तीन साल में आधा दर्जन कंपनियों ने लगाई चपत
कंपनी का अधिकारी रविंद्र कुमार सभी के करोड़ों रुपये लेकर फरार है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हमीरपुर बलवीर सिंह का कहना है कि पुलिस ने मामला दर्जकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपी की धरपकड़ के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
बीते तीन साल में जिला हमीरपुर में आधा दर्जन चिटफंड कंपनियां लोगों के करोड़ों रुपये डकार चुकी हैं। तीन कंपनियों के कार्यालय तो जिला मुख्यालय हमीरपुर में ही चल रहे थे। जहां वर्तमान में ताले लटके हैं।
कुछ मामलों में पुलिस आरोपियों को सलाखों के पीछे धकेल चुकी है। इसके बावजूद सबसे साक्षर जिला हमीरपुर के लोग राष्ट्रीयकृत बैंकों के बजाय चिटफंड कंपनियों में अपनी जमापूंजी जमा करवा रहे हैं।
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