
रामपुर बुशहर : नगर परिषद रामपुर की मंगलवार को मासिक बैठक अध्यक्ष प्रीति कश्यप की अध्यक्षता में हुई। इसमें कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद भी उपस्थित रहे। बैठक में मासिक आय-व्यय के साथ शहर के विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरान अनापत्ति प्रमाणपत्र भी जारी किए गए।
नगर परिषद की बैठक में शहर के अंदर परिषद की दुकानों की सबलेटिग का मुद्दा छाया रहा, जिस पर सभी ने निर्णय लिया कि ऐसी दुकानों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए परिषद की ओर से गठित कमेटी नौ जून को मौके पर जाकर दुकानों की जांच करेगी और सबलेट करने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में पार्षदों ने सफाई ठेकेदार पर आरोप लगाया कि उसने टेंडर के अनुसार सभी नौ वार्डो में लेबर नहीं लगाई है जबकि परिषद ने उसे 10 लाख की राशि भी जारी कर दी है। पार्षदों ने कहा कि टेंडर के मुताबिक हर वार्ड के लिए 10-10 मजदूर लगाना लिखा गया है। यह भी आरोप लगाया कि लेबर समय पर कूड़ा एकत्र नहीं कर रही है।
इस मौके पर नगर परिषद उपाध्यक्ष अश्वनी नेगी, पार्षद प्रदीप कुमार, विशेषर लाल, स्वाति बंसल, रोहिताश्व सिंह मेहता, कांता देवी, गोविद राम, मुस्कान चारस, मनोनीत पार्षद मनीषा मित्तल और सुनील नेगी मौजूद रहे। कुलियों की मनमानी को रोका जाएगा
इसके अतिरिक्त शहर में काम कर रहे कुलियों की मनमानी रोकने के लिए उनकी मजदूरी दर निर्धारण करने पर भी बैठक में चर्चा की गई, ताकि उनकी मनमानी रोकी जा सके और आम जनता को उनसे लूटने से बचाया जा सके। काम न करने वाले ठेकेदार को किया जाएगा ब्लैक लिस्ट
बैठक में अहम निर्णय लिया गया कि जो ठेकेदार एक साल से काम नहीं कर रहा है, उसे ब्लैक लिस्ट किया जाएगा और फिर वह तीन साल तक कोई भी काम नगर परिषद में नहीं ले पाएगा। ठेकेदार को नगर परिषद की ओर से समय पर पैसा देने के बावजूद वार्डो में कम मजदूरों से काम ले रहा है और वह भी सही ढंग से नहीं हो रहा है। शहर की जनता बार-बार वार्ड पार्षदों को शिकायत करती है कि घरो से कूड़ा नहीं उठ रहा है और यदि कहीं से उठ भी रहा है तो वह समय से नहीं उठ रहा है, इससे लोगों को दिक्कतें पेश आती हैं।
कृपया अपनी खबरें, सूचनाएं या फिर शिकायतें सीधे news4himachal@gmail.com पर भेजें। इस वेबसाइट पर प्रकाशित लेख लेखकों, ब्लॉगरों और संवाद सूत्रों के निजी विचार हैं। मीडिया के हर पहलू को जनता के दरबार में ला खड़ा करने के लिए यह एक सार्वजनिक मंच है।