
अब वह अपनी अगली सियासी रणनीति 28 मार्च को ही तय करेंगे। कांग्रेस में जाना है कि नहीं, इस पर भी उसी दिन फैसला होगा। चंदेल ने जहां बीते दिनों कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं से भेंट की, वहीं सोमवार शाम भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भी मिले।केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के कहने पर ही वह शाह से मिले। नड्डा ने उन्हें भाजपा में ही बने रहने को कहा है। सूत्रों ने बताया कि इस दौरान चंदेल ने प्रदेश भाजपा में अपनी अनदेखी की भी बात की।
चंदेल ने शाह को बताया कि वह बिलासपुर में अपने हलके से विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मांग रहे थे, लेकिन उनका टिकट यह कहकर काटा कि सर्वेक्षण उनके पक्ष में नहीं हैं, जबकि ये उनके पक्ष में ही थे। उन्होंने कहा कि टिकट कटने के बाद भी उन्हें यह नहीं बताया गया कि उनकी पार्टी में क्या भूमिका रहेगी।
29 को होना है कांग्रेस के टिकटों पर फैसला
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