
चुवाड़ी : गरीबी में जी रहे एक परिवार को बेटे के इलाज ने तंगहाली पर ला दिया है। बेटे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, जिसे घर पर बांध कर रखना परिवार की मजबूरी बन चुका है। बताते चलें कि विवेक कुमार (18) पुत्र बिशन सिंह निवासी गांव जंगला ग्राम पंचायत जतरून की पिछले कुछ दिनों से किन्हीं कारणों से मानसिक स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। इसके इलाज के लिए परिवार द्वारा पुरजोर कोशिश की गई परंतु विवेक की मानसिक स्थिति ठीक नहीं हो सकी। विवेक का परिवार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करता है। बेटे के इलाज के लिए परिवार पाई-पाई को मोहताज है।
घर चलाने के लिए विवेक के पिता के पास सिर्फ मजदूरी ही एक जरिया है। ढलती उम्र के चलते अब मजदूरी करने के लिए शरीर में ताकत नहीं बची है। 4 सदस्यों के इस परिवार को दो वक्त की रोटी के लाले हैं, ऐसे में भरण-पोषण के साथ बेटे की बीमारी से लड़ना परिवार के लिए चुनौती बना हुआ है। हालत यह है कि गांव से अस्पताल जाने के लिए भी जेब में पैसे नहीं हैं। यदि उक्त गरीब परिवार को सरकार या अन्य किसी समाजसेवी संस्था की तरफ से आर्थिक रूप से मदद मिलती है तो कुछ हद तक परिवार की परेशानियां दूर हो सकती हैं।
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