कांग्रेस के नए फार्मूले ने इन नेताओं की बढ़ाई धुकधुकी, दो बार हारे व जमानत जब्‍त वालों को नहीं मिलेगी टिकट #news4
March 23rd, 2022 | Post by :- | 133 Views

धर्मशाला : कांग्रेस हाईकमान के नए फैसले व नीति निर्धारण का असर प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में भी पड़ेगा। यहां पर कई नेता ऐसे हैं जो दो बार हारे हैं तो कुछ नेता ऐसे भी हैं जिनकी जमानत जब्त हुई है, जबकि कुछ नेता ऐसे हैं जो बुजुर्ग हो चुके हैं और तय नियमों की दहलीज को पार कर गए हैं। ऐसे में उन नेताओं को अपने भविष्य के लिए अभी आने वाले समय में परेशानी से दो चार होना पड़ सकता है। कांग्रेस के नए फार्मूले के अनुसार लगातार दो चुनाव हारे, जमानत जब्‍त वाले और उम्रदराज नेताओं को पार्टी प्रत्‍याशी नहीं बनाएगी।

जिला कांगड़ा में 15 विधानसभा क्षेत्र हैं। ऐसे में धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी विजय इंद्र कर्ण की जमानत जब्त हुई है। जबकि मुख्य चुनाव में कांग्रेस के ही प्रत्यासी सुधीर शर्मा को हार का सामना करना पड़ा है और उप चुनाव में सुधीर शर्मा के बजाय पार्टी ने विजयइंद्र कर्ण पर दांव खेला।

शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां कांग्रेस के प्रत्याशी केवल सिंह पठानिया लगातार दो बार चुनाव हारे हैं। ऐसे में पार्टी हाईकमान के तय फैसले मुताबिक अब पार्टी के नियमों की तलवार केवल सिंह पठानिया पर भी लटक सकती है। जबकि वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की बात करें तो जवाली से चंद्र कुमार सीनियर व बढ़ती उम्र के नेता हैं, इसी तरह से देहरा विधानसभा क्षेत्र से विप्लव ठाकुर भी चुनाव हारी हैं और सीनियर व बढ़ती उम्र की नेता हैं।

नगरोटा बगवां से वरिष्ठ नेता स्व.जीएस बाली अब इस दुनिया में नहीं है। वह भी पिछला चुनाव हारे थे अब कांग्रेस यहां से उनके बेटे को चेहरा बना रही है। फतेहपुर में सुजान सिंह पठानिया के देहांत के बाद उनका बेटा भवानी पठानिया उपचुनाव में विधायक बने हैं। पालमपुर से पूर्व मंत्री व वरिष्ठ नेता बृज बिहारी लाल बुटेल के बेटे आशीष बुटेल विधायक हैं। कांगड़ा से पवन काजल कांग्रेस के विधायक है पर लोकसभा के चुनाव में उन्हें प्रत्याशी बनाया गया था और वह चुनाव हार गए थे। जयसिंहपुर से मिल्खी राम गोमा के बेटे यादवेंद्र गोमा विधायक थे पर पिछला चुनाव हारे हैं। इंदौरा कांग्रेस कमल किशोर चुनाव हारे हैं।

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