
कांगड़ा : तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद दलाई लामा (Dalai Lama) की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। जब दलाई लामा से तवांग गतिरोध को लेकर चीन के लिए उनके संदेश के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि, “चीजें सुधर रही हैं। यूरोप, अफ्रीका और एशिया में चीन अधिक फ्लेक्सिबल है, लेकिन चीन लौटने का कोई मतलब नहीं है। मैं भारत को पसंद करता हूं। कांगड़ा-पंडित नेहरू की पसंद, ये जगह मेरा स्थायी निवास है।”
‘ये पीएम मोदी की सरकार है’
इस बीच यहां ये भी बता दें कि, तवांग झड़प के बाद बाद फेमस तवांग मठ के भिक्षुओं ने चीन चेतावनी देते हुए कहा है कि, “ये 1962 नहीं, ये 2022 है” और “ये पीएम नरेंद्र मोदी सरकार है”। तवांग मठ के एक भिक्षु लामा येशी खावो ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी को नहीं बख्शेंगे। हम मोदी सरकार और भारतीय सेना का समर्थन करते हैं।”
#WATCH | Kangra, Himachal Pradesh: Dalai Lama says, "…There is no point in returning to China. I prefer India. That's the place. Kangra – Pandit Nehru's choice, this place is my permanent residence…" pic.twitter.com/Wr6dGEPIIx
— ANI (@ANI) December 19, 2022
‘चीनी सरकार गलत है’
लामा येशी खावो ने कहा कि, “वो भारतीय भूमि पर भी नजर रखते हैं। चीनी सरकार गलत है। अगर वो दुनिया में शांति चाहते हैं, तो उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। अगर वो वास्तव में शांति चाहते हैं, तो उन्हें किसी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।” उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें वर्तमान भारत सरकार और भारतीय सेना पर पूरा भरोसा है, जो तवांग को सुरक्षित रखेगी।
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