
सरकार… न्याय मजबूरी नहीं, जरूरी है
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हिमाचल प्रदेश में इसी हफ्ते 3 दुष्कर्म मामलों में पुलिस विभाग का शर्मनाक रबैया रहा है।
रिवालसर मामले में मैडिकल के नाम पर 4 वर्ष की बच्ची को दिनभर भूखा रखा गया।
चिंतपूर्णी आए पंजाब के लोगों नें नावालिग से दुष्कर्म किया, मगर देहरा और चिंतपूर्णी पुलिस सीमा विवाद में ही उलझी रही, ऐसे में दुष्कर्म पीड़ित बच्ची को लेकर 6 घंटे तक सड़क के किनारे ही खड़ा रहना पड़ा।
बिलासपुर में दुष्कर्म पीड़िता को मामला दर्ज कराने के लिए, दिनभर बिलासपुर और घुमारवीं के बीच ही दौड़ए रखा.
कुल मिलाकर प्रदेश में ऐसा महौल बनता दिख रहा है, जिसमें सुरक्षा तो छोड़ो, लोगों को न्याय के लिए पुलिस विभाग के दरवाजे पर एड़ियां रगड़नी पड़ रही हैं। मगर सरकार….. न्याय और सुरक्षा तो सरकार का कर्तव्य है ..यह कोई मजबरी नहीं, जरूरी है।
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