
शिमला : राजधानी शिमला के साथ लगते जंगलों में लगी आग बेकाबू हो गई है। रविवार को भी शहर चारों तरफ से धुएं से घिरा हुआ है। रिहायशी क्षेत्रों में धुएं से बुरा हाल हो गया है। वहीं शिमला घूमने आए पर्यटक भी इस आग से परेशान हैं। तारादेवी के जंगल में पिछले चार दिन से आग लगी हुई है।
बता दें कि, 130 हेक्टेयर जंगल जलकर गया है। लाखों की वन संपदा आग की भेंट चढ़ चुकी है। वहीं जंगली जानवर और अन्य वन्य प्रणियों को भी आग ने नुकसान पहुंचाया है। शनिवार देर रात तक यह आग संकट मोचन के रिहायशी क्षेत्रों तक पहुंच गई थी। दमकल विभाग के अलावा वन विभाग के कर्मचारियों व आइटीबीपी के जवान भी आग बुझाने में लगे हुए हैं। आग इतनी भयानक है कि इस पर काबू पाना मुशिकल हो रहा है। दमकल विभाग ने बालूगंज, मालरोड, छोटा शिमला से अपने सभी फायर टेंडर को जंगलों की आग बुझाने में लगा दिया है। चीड़, बान के जंगल में आग तेज रफ्तार से फैल रही है।
धुएं के आगोश में समा गया शिमला
शिमला शहर के चारों तरफ जंगलों की आग लगने से धुआं ही धुआं है, जिससे पहाड़ में आकर ठंडे वातावरण में भी राहत की सांस नहीं ले पा रहे हैं। रविवार को आग संकट मोचन के जंगल तक पहुंच गई। इसके अलावा टुटू में पावर हाउस के साथ लगता पूरा जंगल जल गया। बालूगंज, समरहिल, संजौली के साथ लगते क्षेत्र में भी जगह-जगह आग लगी है।
क्या कहते हैं अधिकारी
- शिमला ग्रामीण के डीएफओ कृष्ण कुमार ने बताया कि अब तक 130 हेक्टेयर तक का जंगल राख हो चुका है। आग पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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