
हिमाचल में सेब की खेती करने वाले किसानों को बागवानी विशेषज्ञों की ओर से ज्यादा और अच्छी पैदावार के लिए मधुमक्खियों के इस्तेमाल की सलाह दी गई है। अभी सेब के पेड़ों पर फूलों के खिलने की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में अगर इस समय मधुमक्खियों का इस्तेमाल हो तो ज्यादा फायदा होगा।
हिमाचल में मधुक्खियों की मांग को लेकर पंजाब और हरियाणा के मधुमक्खी पालकों की ओर से शिमला की ओर रूख किया गया है। सेब किसान अच्छी किस्म की मधुमक्खियों के एक बक्से का किराया 8 सौ से भी ज्यादा दे रहे है।
छौहारा के उद्यान विकास अधिकारी डॉ. कुशल मैहता का कहना है कि मधुमक्खियां परागण प्रक्रिया को सफल बनाने में बेहतरीन कार्य करती है। इसलिए बागवान परागण प्रक्रिया के लिए मधुमक्खिों का इस्तेमाल करें।
अप्पर शिमला में सेब के बागीचों के पेड़ों पर फूलों के खिलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। फलावरिंग की इस बेहद सवेंदनशील प्रक्रिया को सही ढंग से निपटाने के लिए बागवान बागीचों मे मेहनत कर रहे हैं। सेब की पैदावार फलावरिंग व पालिनेशन पर पुरी तरह से निर्भर रहती है ऐसे में परागण की इस प्रक्रिया का सही ढंग से निपट जाना बागवानों के लिए हमेशा अहम रहता है।
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