
शिमला : हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और ओमिक्रोन वैरिएंट के खतरे के बीच पांच पाबंदियां लगना तय माना जा रहा है। बुधवार को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक में कई निर्णयों पर मुहर लग सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में कोरोना की बंदिशों को लेकर अहम निर्णय लिए जा सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग मानकर चल रहा है कि ओमिक्रोन और तीसरी लहर के बीच प्रदेश में मामले बढ़ रहे हैं। भले ही जिनोम सीक्वेंसिंग में अभी तक केवल विदेश से लौटी एक महिला में ही ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया है जो पूरी तरह से स्वस्थ हो चुकी है।
प्रदेश में बीते करीब एक सप्ताह से जिस तेजी से कोरोना वायरस केस बढ़ रहे हैं, उस हिसाब से बंदिशें लगानी पड़ सकती हैं। इसमें प्रारंभिक तौर पर विवाह और अन्य सामाजिक समारोह में शामिल होने वाले लोगों की संख्या में कटौती के साथ छोटे बच्चों को स्कूल बुलाने पर जी रोक लग सकती है। भंडारों और दूसरे आयोजन पर भी रोक लगाई जा सकती है। दिल्ली सहित देश के अन्य राज्यों में नाइट और वीकेंड कर्फ्यू की स्थिति बन गई है।
पड़ोसी राज्य पंजाब में भी नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। ऐसे में स्थिति को देखते हुए पाबंदी लगानी अनिवार्य बन रही है। बुधवार को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा ओमिक्रोन और कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर प्रस्तुति देने के साथ प्रदेश में किए जा रहे इंतजाम और होम आइसोलेशन में रहने वालों के लिए होम आइसोलेशन किट को लेकर भी चर्चा होगी।
प्रदेश में 15 से 18 वर्ष के डेढ़ लाख से अधिक किशोरों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। आगामी कुछ दिनों लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा। लेकिन वैक्सीन लगने के बावजूद एहतियात बरतनी जरूरी है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामले सात सौ के करीब पहुंच गए हैं।
ये पाबंदिया लगना तय
- विवाह व सामाजिक समारोह में शामिल होने वाले लोगों की संख्या पर अंकुश लग सकता है। कार्यक्रम में लोगों के शामिल होने की संख्या तय हाे सकती है। सार्वजनिक भंडारों व लंगरों पर पाबंदी लग सकती है।
- सरकार छोटे बच्चों के स्कूल बंद करने का निर्णय ले सकती है। अभी स्कूलों में सात दिन की छुट्टियां चल रही हें।
- प्रदेश में प्रवेश के लिए कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगाने की शर्त लागू हो सकती है। पर्यटकों व मंदिरों में आने वाले पड़ोसी राज्यों के लोगों के लिए वैक्सीनेशन अनिवार्य की जा सकती है।
- पर्यटन स्थलों में पर्यटकों के आने व घूमने को लेकर कुछ बंदिशें लग सकती हैं। कोविड नियमों की कड़ाई से पालना को लेकर निर्देश आ सकते हैं।
- नो मास्क नो सर्विस भी एक बार फिर से प्रदेश में सख्ती से लागू हो सकती है।इसके अलावा मंत्रिमंडल स्वास्थ्य विभाग की प्रेजेंटेशन देखने के बाद कुछ और सख्त निर्णय भी ले सकता है।
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