
भारतीय किसान यूनियन ने धान खरीद की धीमी रफ्तार और किसानों से जुड़ी मांगों पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। यूनियन ने पांवटा साहिब में गुरुवार को लघु सचिवालय के बाहर संपर्क मार्ग पर धान से भरे ट्रैक्टर खड़े कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यूनियन ने मांगें पूरा होने पर ही आंदोलन को वापस लेने की चेतावनी दी है। यूनियन के प्रदेश संयोजक एवं संयुक्त किसान मोर्चा अध्यक्ष अनिंदर सिंह नोटी और ब्लॉक अध्यक्ष जसविंदर बिलिंग ने कहा कि सरकार और ऊर्जा मंत्री केवल फीता काटने तक सीमित न रहें।
कांगड़ा के उपचुनाव वाले क्षेत्र फतेहपुर में तीन धान खरीद केंद्र खोले जा सकते हैं तो प्रदेश के सबसे बड़े धान उत्पादक क्षेत्र पांवटा में एक केंद्र क्यों खोला गया? धान खरीद में सुस्ती से फसल खराब होने की संभावनाएं हैं। शीघ्र क्यारदा पीपलीवाला में खरीद केंद्र खोला जाए।
इसके लिए कृषि उपज मंडी समिति को सरकारी खरीद एजेंसी नोटिफाई करें, जो भारतीय खाद्य निगम की शर्त भी है। एफसीआई के पास स्टाफ की कमी है। कार्य अवधि सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे है। संसाधनों के बल पर खरीद प्रक्रिया अवधि बढ़ाई जाए। हरिपुर टोहाना में खरीद केंद्र कई किसानों के लिए 50 से 60 किमी दूर पड़ रहा है। इसकी अधिग्रहण प्रक्रिया डीसी सिरमौर पूरी करवाएं।
इस दौरान रणजीत सिंह, गुरजीत सिंह, किशोरीलाल, बलविंदर सिंह बिंदर, रणजीत सिंह, बूटा सिंह, अर्जुन बनवेत, हरीश, सतबीर सिंह, इंद्रजीत अज्जू , गुरनाम सिंह, जुल्फिकार अली, परमजीत, हरबंस सिंह, दलबीर सिंह, मुस्ताक अली, अहमद हुसैन, अवतार सिंह, दिलबाग सिंह, सुनील चौधरी, मोहन चौधरी, मान सिंह, अमनदीप सिंह, विकास सिंह, सुलेमान अहमद, भूपेंद्र सिंह, अमरजीत सिंह, देवेंद्र गुरजीत व सादक अली समेत दर्जनों किसान मौजूद रहे।
उधर, एसडीएम पांवटा विवेक महाजन ने कहा कि सिरमौर में संयुक्त प्रयासों से प्रथम बार धान खरीद केंद्र शुरू हो सका है। बारिश और बिजली के चलते कुछ दिक्कतें आई थीं। फिर भी एफसीआई और एपीएमसी के साथ बातचीत होगी।
कृपया अपनी खबरें, सूचनाएं या फिर शिकायतें सीधे news4himachal@gmail.com पर भेजें। इस वेबसाइट पर प्रकाशित लेख लेखकों, ब्लॉगरों और संवाद सूत्रों के निजी विचार हैं। मीडिया के हर पहलू को जनता के दरबार में ला खड़ा करने के लिए यह एक सार्वजनिक मंच है।