
ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए सरकार हिमाचल में पूलिंग कार टैक्सियां चलाएगी। इससे गाड़ी शेयर करने पर किराया भी कम लगेगा। इसके लिए सरकार ने प्रदेश के निजी ऑपरेटरों को भी विश्वास में ले लिया है। लोगों को सुविधा देने के लिए परिवहन विभाग एक ऐप तैयार कर रहा है। शहर में किस स्थान पर वाहन चाहिए? लोगों के आवेदन करने पर उक्त स्थान पर वाहन उपलब्ध हो जाएगा। पूलिंग कार का किराया परिवहन विभाग तय करेगा। अगर गाड़ी में एक से ज्यादा सवारियां होंगी तो किराया बंट जाएगा। निर्धारित रेट से ज्यादा ऑपरेटर पैसे नहीं ले सकेंगे। उल्लेखनीय है कि परिवहन निगम हिमाचल में ट्रैफिक पर नियंत्रण करने को कर्मचारियों के लिए स्पेशल बसें चला रहा है।
उधर, परिवहन विभाग ने लोगों को परिवहन सुविधा देने के लिए पूलिंग कार चलाने का फैसला लिया है। विभाग का मानना है कि शहरों में लगने वाले जाम का सबसे बड़ा कारण वाहनों का अधिक होना है। हिमाचल के 70 फीसदी व्यक्ति गाड़ी में सफर करते हैं। कार पूलिंग सिस्टम शुरू किए जाने से जाम पर काबू पाया जा सकता है।
टैक्सी ऑपरेटरों से बात हो चुकी है। गाड़ी आपरेटरों की होगी, कंट्रोल प्रदेश सरकार का रहेगा। किराया भी सरकार फिक्स करेगी। – कैप्टन जेएम पठानिया, निदेशक परिवहन विभाग
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