चिड़गांव में निजी वाहनों का अवैध पार्किंग स्थल बना उप बस अड्डा #news4
July 13th, 2022 | Post by :- | 97 Views

रोहड़ू : हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के रोहड़ू डिपो के अंतर्गत चिड़गांव उप बस अड्डे में बसों में सवारियों के आने-जाने के लिए निगम प्रबंधन की ओर से निजी व छोटे वाहनों के प्रवेश व बाहर जाने के लिए दी गई सुविधा मुश्किलें खड़ी कर रही है। पांच साल पहले यहां खुले बस अड्डे में निजी वाहनों को आने-जाने की छूट मिलने पर लोगों ने इसे पार्किंग स्थल बना दिया है। चिड़गांव उप बस अड्डा निजी वाहनों का अवैध पार्किंग स्थल बन गया है।

लोगों की मनमर्जी इतनी बढ़ गई है कि पूरे बस अड्डे में खाली जगह के साथ बसों को खड़ा करने के लिए बनाए गए स्थान पर भी दिनभर निजी छोटे वाहन खड़े रहते हैं। इस कारण बसों को खड़ा करने के लिए भी जगह नहीं बचती है। निजी वाहनों को हटाना स्थानीय बस अड्डे के कर्मचारियों के लिए मुश्किल हो रहा है। निजी वाहन मालिकों की मनमर्जी के आगे निगम प्रबंधन बेबस है। हाल यह है कि चिड़गांव उप बस अड्डे से क्षेत्र के विभिन्न रूट पर जाने वाली बसों के मुड़ने व खड़े रहने तक जगह नहीं होती है। लंबे समय से पेश आ रही इस परेशानी के कारण परिवहन निगम की शिकायत पर स्थानीय पुलिस चालान करती है लेकिन लोग अपने वाहनों को बेपरवाह खड़ा कर नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। इससे परिवहन निगम की बेबसी झलक रही है। चिड़गांव उप बस अड्डे का वर्ष 2017 में लोकार्पण करने के बाद परिवहन निगम के राज्य कार्यालय के आदेशानुसार इसमें प्रवेश व बाहर जाने के लिए निविदा आमंत्रित कर निजी ठेकेदार को इस कार्य का जिम्मा दिया गया था। इससे परिवहन निगम को सालाना 52 हजार रुपये आमदनी हो रही है। चिड़गांव बस अड्डे में प्रवेश व निकासी नियमों के तहत 20 रुपये फीस ली जा रही है। यह फीस केवल सवारियों व सामान को बसों में भेजने व लेने के लिए है। वाहन चालक इसकी एवज में अपने वाहनों को यहां खड़ा कर देते हैं जो गलत है। इससे कई बार परिवहन निगम के विभिन्न रूट पर आने-जाने वाली बसों को मोड़ना व खड़ा करना भी मुश्किल हो रहा है। ऐसे लोगों के चालान भी करवाए जा रहे हैं लेकिन लोग यहां पर अवैध पार्किंग करने से बाज नहीं आ रहे हैं।

-अनिल शर्मा, क्षेत्रीय प्रबंधक, परिवहन निगम, रोहड़ू चिड़गांव बस अड्डा वर्षो से निजी वाहनों की अवैध पार्किंग का स्थल बना हुआ है। निजी वाहन मालिकों की मनमर्जी व नियमों को ताक पर रखने की परंपरा बस अड्डा प्रबंधन के लिए सिरदर्द बनी है। ज्यादा संख्या में निजी वाहनों के खड़े होने से बस अड्डे के भीतर बसों को खड़ा होने के लिए जगह नहीं बचती है। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए पुलिस का सहयोग भी लिया जाता है। इसके बावजूद निजी वाहन चालकों की मनमर्जी रुकने का नाम नहीं ले रही है।

-बिमलेश कुमार, कार्यकारी अड्डा प्रभारी, उप बस अड्डा, चिड़गांव। परिवहन निगम की ओर से जब पुलिस से कार्रवाई करने की अपील की जाती है तो पुलिस कर्मी मौके पर जाकर वाहनों को बाहर निकालते हैं। नियमों के तहत ऐसे वाहनों के चालान किए जाते हैं। सवारियों व निगम प्रबंधन को परेशानी न हो, इसके लिए पुलिस सदैव कार्रवाई करेगी।

– प्रेम नेगी, थाना प्रभारी, पुलिस थाना चिड़गांव।

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