
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि कैदी भी हमारे समाज का हिस्सा है, जो अधिकार आम आदमी के है वही अधिकार कैदियों के भी है। कैदी जिस वजह से भी जेल है, उसका अहसास होगा। ऐसी परिस्थिति में कैदियों को जिंदगी जीने की नई मौका दिया जाना चाहिए। उनके प्रति समाज की एक अलग धारणा होती है, जिसे बदलने की जरूरत है। जेलों में कैदियों की सकारात्मक व्यस्तता विषय पर आयोजित सेमिनार के समापन पर सीएम ने हिमाचल कारागार विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस दिशा में अच्छा काम कर रहा है। गलती किसी से भी हो सकती है। कई बार अनजाने में भी अपराध हो जाता है, जिसकी सजा लोगों को भुगतनी पड़ती है। जेल में जाने के बाद व्यक्ति अपनी जिंदगी को व्यर्थ मानने लगे जाता है।
शिमला में आयोजित 16 राज्यों के जेल अधिकारियों के सेमिनार के समापन अवसर पर सीएम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अन्य राज्यों की तुलना में अपराध काफी कम है और कैदियों की संख्या भी कम है लेकिन फिर भी जो कैदी जेल में है, कारागार विभाग उनके पुनर्वास के लिए बहुत बढिय़ा काम कर रहा है। पुलिस मानवीय दृष्टिकोण से कैदियों को समाज से जोडऩे का सराहनीय प्रयास कर रही है। कारागार विभाग की पहल कैदियों को पुनर्स्थापित करने के लिए गेम चेंजर साबित हो रही है।
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