
दंगल में मुख्यतिथि ज्वालाजी शहर समाजसेवक व्योम दत्त बने
दिल्ली के नरेश ने अमृतसर के हरजीत को मात देकर जीती मणि द मेला की माली
गाँव सुहीं में हुआ मेले का आयोजन
ज्वालामुखी।
चम्बापतन के साथ लगते गांव सुहीं में आयोजित मणि द मेला की फाइनल माली नरेश ने जीती। दिल्ली के नरेश का मुकाबला अमृतसर के पहलबान हरजीत के साथ हुआ, जिसे सिशक्त देकर उन्होंने ये माली अपने नाम की।
मुख्यातिथि ज्वालाजी शहर के समाजसेवी व्योम दत्त ने विजेता खिलाड़ी को सम्मानित किया। इस मेले का आयोजन मणि द मेला के आयोजक सन्नी शर्मा द्वारा किया गया।
इस बीच मेले के प्रधान नरेंद्र शर्मा सहित पदाधिकारियों में मुकेश शर्मा, प्रदीप कुमार, श्याम लाल, शशिकांत, विनोद कुमार, संजय कुमार, अजय कुमार, सन्तोष कुमार सहित अन्य शामिल रहे।
इस मेले को देखने के लिए आस पास के गाँव के लोग भी भारी संख्या में उपस्तिथ रहे।
मेला कमेटी द्वारा पहली बार इस मेले का आयोजन किया गया, जोकि सफल रहा। मेले का आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य कमेटी द्वारा पहलबानों को एक मंच का प्रावधान करना था जिन्हें अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मौका नही मिलता है।
इस मेले में कुल मिलाकर पहलबानो की 110 कुश्तियां हुई जो देखने योग्य थी। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू कश्मीर और हिमाचल के पहलबान इस कुश्ती मेले में अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाने पहुंचे हुए थे।
यहां हर किसी पहलबान ने अपनी प्रतिभा का बखूबी प्रदर्शन किया। मेले के उद्घाटन अवसर पर स्थानीय ज्वालाजी के युवा व्योम दत्त का कमेटी की ओर से ढोल नगाड़े बजाकर उनका भव्य स्वागत किया।
इसके बाद हिमाचली टोपी व शॉल उन्हें भेंट स्वरूप मेले के आयोजक सन्नी शर्मा द्वारा दी गई। इस मेले में दिल्ली के विजेता पहलबान को 11 हज़ार रुपए की राशि व हनुमान की गद्दा भेंट स्वरूप दी गई।
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