
लॉकडाउन के चलते थमी इंसानी गतिविधियों ने दिल्ली को साफ हवा का तोहफा दिया। लॉकडाउन के तीनों चरणों में तक एक दिन भी ऐसा नहीं रहा जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 के अंक पार हुआ हो और हवा खराब हुई हो। 200 अंक से ऊपर की हवा को खराब श्रेणी में गिना जाता है। मानसून को छोड़कर दिल्ली को इतनी ज्यादा साफ-सुथरी हवा कभी नहीं मिली।
लॉकडाउन का पर्यावरण और वन्यजीवों पर व्यापक असर देखने को मिला है। खास तौर पर लॉकडाउन एक और दो में वाहनों का संचालन और निर्माण गतिविधियों पर रोक रही। इस दौरान फैक्टरियों पर भी पाबंदी लगी रही। इसके चलते वायु गुणवत्ता में भारी सुधार देखने को मिला। हालांकि लॉकडाउन तीन में वाहनों के संचालन से लेकर अन्य गतिविधियों में भी काफी हद तक छूट दी गई, जिसका असर देखने को मिला। लॉकडाउन एक और दो की तुलना में लॉकडाउन तीन की हवा कम साफ-सुथरी रही है।
गंगा में भी लगा सकते हैं डुबकी : लॉकडाउन के चलते गंगा का पानी काफी हद तक साफ हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने चार राज्यों में निगरानी केंद्रों से लिए गए नमूनों के आधार पर दावा किया है कि गंगा का पानी सभी जगहों पर साफ हुआ है।
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