
हमीरपुर : 13 वर्ष के लंबे अरसे से सता परिवर्तन व बजट के अभाव में हिचकोले खाती रही धौलासिद्ध पनबिजली परियोजना हिमाचल प्रदेश की जनता के विकास के लिए काफी मददगार साबित होगा। इस परियोजना के बनने से पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का सपना भी साकार होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परियोजना का शुभारंभ करने से अब बिजली विभाग में भी रोजगार के द्वार खुलेंगे।
प्रदेश में जब प्रो प्रेम कुमार धूमल मुख्यमंत्री थे तो उनके प्रयास से 2008 में धौलासिद्ध जलविद्युत परियोजना बनाने के लिए राज्य सरकार के साथ समझौता हुआ। 2011 में परियोजना की डीपीआर बनकर तैयार हुई। इस दौरान इस परियोजना का कुल बजट 495 करोड़ रुपये का था। प्रदेश में भाजपा सरकार बदलने के बाद परियोजना ठंडे बस्ते में चली गई। लंबे अरसे के बाद राज्य व केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने फिर परियोजना के बारे में केंद्र सरकार से पैरवी की। एक अक्टूबर 2020 को भारत सरकार इस परियोजना को बनाने के स्वीकृति मिली और इस पर 688 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया।
इस परियोजना के माध्यम से 304 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। इससे प्रदेश भर की जनता को लाभ मिलेगा वहीं स्थानीय जनता को भी 100 यूनिट मुफ्त बिजली प्रदान की जाएगी। इस परियोजना में अब तक 300 के करीब लोगों रोजगार मिला है। हालांकि रोजगार का यह आंकड़ा 1000 तक पहुंचेगा। अभी तक परियोजना का 10 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है तथा 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण होने को हैं। यह परियोजना मई 2025 में बनकर तैयार हो जाएगी। इस परियोजना के मुख्य बांध का निर्माण कार्य जनवरी में आरंभ हो जाएगा ।
इस संदर्भ में धौलासिद्व जलविधुत परियोजना के महाप्रबंधक राजेश कुमार चंदेल का कहना कि धौलासिद्व जलविद्युत परियोजना का कार्य अब युद्वस्तर पर शुरू हो गया है। लंबे अरसे परियोजना को मंजूरी मिली लेकिन पर्याप्त बजट न होने से इसकी डीपीआर बनने व स्वीकृति मिलने में देरी हुई है। अब इस परियोजना का कार्य वर्ष मई 2025 में पूर्ण कर लिया जाएगा जिससे प्रदेश व हमीरपुर जिला की जनता को काफी लाभ मिलेगा।
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