
अब बजट सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने केन्द्रीय राज्य वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर पर जम कर निशाना साधा है। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लेते हुए राजेंद्र राणा ने बिना नाम लिए हुए कहा कि अभद्र व्यवहार के लिए प्रदेश के नेता दिल्ली में खूब चर्चा में रहे। जिससे शांत, सौम्य, शिक्षित व संस्कारित हिमाचल की संस्कृति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। अपनी ही पार्टी के केन्द्रीय होम मिनिस्टर अमित शाह द्वारा इनके व्यवहार को लेकर की गई सख्त टिप्पणी के बाद अब न्यायालय को भी इस खराब व्यवहार के लिए दखल देना पड़ा है। विधानसभा में चर्चा में भाग लेने के बाद जारी प्रेस बयान में राजेंद्र राणा ने कहा है कि विकास का एहसास अगर सरकार को ही हो तो वह विकास किस काम का है। विकास की परिभाषा तब सार्थक होती है जब विकास का एहसास जमीनी स्तर पर जनता को हो। सरकारें जब सत्ता में होती हैं तो जनहित में फैंसले लेना ही उनका काम होता है लेकिन कागजी तौर पर किए गए खोखले वायदे व दावों के कारण प्रदेश की जनता का विश्वास राजनीति से उठने लगा है। राजेंद्र राणा ने कहा कि सरकार यह न भूले कि आज जिन बेंचों पर बैठकर कांग्रेस प्रदेश के हितों की पैरवी करके अपना विपक्ष का धर्म निभा रही है। अगर सरकार में जनविश्वास को छलने का क्रम यूं ही चला रहा तो अगले कार्यकाल में बीजेपी विधानसभा के विपक्ष के बेंचों पर भी ढूंढे नहीं मिलेगी। ग्लोबल इन्वेस्टर मीट पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर मीट पूरा ढकोंसला साबित हुई है। ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के बाद नई इंडस्ट्री प्रदेश में आना तो दूर की बात लेकिन पूरानी इंडस्ट्री भी उद्योगों के खिलाफ बने राजनीतिक माहौल के कारण प्रदेश से प्लायन करने में लगी हुई है। सरकार की योजनाएं कागजों में तो खूब बनी हैं और इनकी फेहरिस्त भी काफी लंबी है लेकिन यथार्थ के धरातल पर जमीन स्तर पर अधिकांश योजनाएं दूर-दूर तक भी देखने को नहीं मिल रही हैं। जबकि सरकार विकास के नाम पर अपनी पीठ थपथपाने में लगी है लेकिन प्रदेश की धरती पर विकास कहीं नजर नहीं आ रहा है। घटिया स्कूली वर्दी के कारण अटल स्कूली वर्दी योजना सवालों के घेरे में है। जबकि घटिया स्कूली बैगों के आबंटन में भी सरकार की खूब फजीहत हुई है। प्रदेश के किसान विपरीत माहौल के कारण खेती से तौबा करने लगे हैं लेकिन सरकार प्राकृतिक खेती खुशहाल योजना के नाम पर अपनी पीठ थपथपा रही है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के दावे हकीकत से परे हैं। जबकि प्रदेश में नशे नित बढ़ रहा अवैध कारोबार प्रदेश के नौजवानों को अंधकार में धकेल रहा है। करीब 18 मिन्ट तक राज्यपाल महोदय के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए राजेंद्र राणा ने जहां प्रदेश सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। वहीं केन्द्रीय राज्य वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर पर भी जमकर निशाने साधे।
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