
किसी धर्म गुरु के तथाकथित आदेश का हवाला देते हुए कल्लर पंचायत में एक महिला समाधि लेने पर अड़ गई। अंधविश्वास की हदों को लांघने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महिला के परिवार के सदस्य भी उसका साथ देने लगे। पता चलने पर ग्रामीणों ने उन्हें समझाना चाहा, लेकिन उन पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
इस पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को न केवल ऐसा करने से रोका बल्कि उसे और परिवार के सदस्यों को बिलासपुर अस्पताल भी पहुंचाया। हालांकि बिलासपुर से महिला को आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया, लेकिन शिमला ले जाने के बजाय उसे वापस घर ले गए।
मिली जानकारी के मुताबिक परिवार के सदस्य किसी मानसिक परेशानी में हैं। परिवार का किसी धर्म गुरु के पास आना-जाना है। परिवार की एक महिला ने गुरु के कथित आदेश का हवाला देते हुए समाधि लेने की योजना बनाई।
हैरानी इस बात की है कि न केवल महिला का पति, बल्कि अन्य रिश्तेदार भी उसके इस फैसले का समर्थन कर रहे थे। महिला के 2 बच्चे हैं। उन्होंने मां से इस बारे पूछा तो उसने इसे भगवान का आदेश बताते हुए कहा कि उनके साथ उसका इतना ही साथ था। इससे आगे ईश्वर खुद उनकी देखभाल करेगा।
कृपया अपनी खबरें, सूचनाएं या फिर शिकायतें सीधे news4himachal@gmail.com पर भेजें। इस वेबसाइट पर प्रकाशित लेख लेखकों, ब्लॉगरों और संवाद सूत्रों के निजी विचार हैं। मीडिया के हर पहलू को जनता के दरबार में ला खड़ा करने के लिए यह एक सार्वजनिक मंच है।