
हमीरपुर : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर (एनआइटी)की रैकिंग में सुधार लाने के लिए अब सरकार की नई शिक्षा की तर्ज पर एनआइटी के हर विभाग सहित सभी प्रोफेसरों व सहायक प्रोफेसरों के अध्यापन कार्यों की रैकिंग की जाएगी ताकि एनआइटी की रैकिंग में सुधार आ सके। यह बात एनआइटी के निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी ने बातचीत के दौरान कही हैं ।
उन्होंने बताया कि यह रैकिंग 100 अंकों में से की जाएगी । इसमें हर फोफेसर, सहायक प्रोफेसर के अध्यापन कार्य, शोध कार्य व प्रोजेक्टों को शामिल किया गया हैं । उन्होंने कहा कि एनआइटी जालांधर की तर्ज पर ही इस कार्यों का अंजाम दिया जा रहा हैं । उन्होंने कहा कि एनआइटी से हर विभाग से बेहतर इंजिनियर तैयार हों और बड़ी नामी कंपनियों में उन्हें लाखों व करोड़ों रुपये के पैकेज मिले इससे ही एनआइटी की रैकिंग बढ़ेगी और तकनीकी शिक्षा मजबूत होगी। अवस्थी ने चिंता जताई की एनआइटी की रैकिंग में कमी आनेका मुख्य कारण तकनीकी शिक्षा के तीसरे चरण में भाग न लेना हैं लेकिन अब चाैथा राऊंड शुरू हो रहा है जिसमें इस वर्ष एनआइटी पूरी मजबूती के साथ हर स्तर हर कार्य में शोध से लेकर प्रोजेक्टों को पूर्ण कर रैकिंग में सुधार लाने के कार्य जुटी हैं । उन्होंने कहा कि रैकिंग को बढ़ाने के लिए चौथे राउंड सर्वे काफी सहायक होगा।
एनआइटी हमीरपुर में हुए भ्रष्टाचार व पूर्व निदेशक विनोद यादव के मामले पर कहा कि एनआइटी में इसको लेकर एक फाइंडिंग कमेटी गठित की गई थी जिसमें कमेटी ने पूरी रिपोर्ट तैयार करके शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार को सौंप दी गई हैं और निश्चित तौर पर वहीं से कार्रवाई अमल में लाई जाएगी । उन्होंने कहा कि हर स्तर पर एनआइटी के सभी विभागों में शिक्षा की गुणवत्ता पर जोर दिया जा रहा हैं तथा सभी विभागों अध्यक्षों से इसकी रिपोर्ट समय – समय पर ली जा रही हैं। अवस्थी ने कहा कि कंप्यूटर साइंस व इंजिनियरिंग के विद्यार्थियों अपने विभागों में बेहतर कार्य करके लाखों व कोरोड़ों रूपये के पैकेज नामी कंपनियों में हासिल किए हैं जिससे एनआइटी में खुशी का माहौल हैं ।
उन्होंने कंप्यूटर सांइस की छात्रा साभ्या सूद व छात्र निशांत के परिवार जनों को बधाई दी हैं और कहा कि यह छात्र दूसरे विद्यार्थियों के लिए बड़ी प्ररेणा साबित होगा । उन्होंने कहा कि एनआइटी हमीरपुर कंप्यूटर साइंस व इंजिनियरिंग विभाग सहित अन्य विभाग के छात्रों को बेहतर कंपनियों बेहतर पैकेज मिला हैं ।
कृपया अपनी खबरें, सूचनाएं या फिर शिकायतें सीधे news4himachal@gmail.com पर भेजें। इस वेबसाइट पर प्रकाशित लेख लेखकों, ब्लॉगरों और संवाद सूत्रों के निजी विचार हैं। मीडिया के हर पहलू को जनता के दरबार में ला खड़ा करने के लिए यह एक सार्वजनिक मंच है।