
शिमला : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के अब ले लो पानी के बयान पर हिमाचल के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान भड़क गए हैं और पंजाब के सीएम.के बयान को बचकाना और गैर-जिम्मेदाराना करार दिया है। मान के बयान पर उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने पलटवार करते हुए कहा कि इस तरह के बयान देना एक जिम्मेदार व्यक्ति को शोभा नहीं देता है। खासकर ऐसे वक्त में जब हिमाचल, पंजाब सहित दूसरे राज्य त्रासदी से जूझ रहे हैं।
पंजाब में बाढ़ के पानी पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पूरे पंजाब में पानी भरा पड़ा हुआ है। अब हिमाचल और हरियाणा पानी पर अपना अधिकार नहीं मांग रहे। उन्होंने कहा कि बाढ़ के पानी को भी दोनों राज्यों को अपने साथ ले जाना चाहिए। मान के बयान पर सियासत शुरू हो गई है। उद्योग मंत्री ने कहा कि जब हैवी रेनफॉल होगा तो पानी नीचे की ओर ही बहेगा। भारी पानी के लिए न हिमाचल की जनता और न प्रदेश सरकार जिम्मेदार है। पानी अगर पंजाब में जा रहा है तो इससे हिमाचल के हक की लड़ाई खत्म नहीं हो जाती है। हक की लड़ाई के विवाद को दोनों राज्य मिल बैठकर सुलझाने को तैयार हैं।
बता दें कि पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि पानी पर हिस्सा मांगने तो आ जाते हैं लेकिन अब कोई नहीं आ रहा है। ऐसा नहीं चलेगा। हरियाणा, हिमाचल और राजस्थान कल अपना पानी का हिस्सा मांगने आ जाएंगे लेकिन अब इस मुसीबत में हम अकेले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल सरकार बार-बार अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए पहुंचती है और यहां हिमाचल प्रदेश से आ रहे पानी से पंजाब की जनता परेशान है। भगवंत मान के इस बयान और अब उद्योग मंत्री के पलटवार के बाद दोनों राज्यों में तल्खी बढ़ सकती है।
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