
मंडी, 16 सितम्बर: बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम में जिला मंडी को दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है जिसका श्रेय आईसीडीएस कर्मियांे विशेषकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को जाता है। इसके लिए आप सभी बहुत-बहुत बधाई के पात्र हैं। उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर सोमवार को साक्षरता भवन में आयोजित एक कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।
उन्होंने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा जिला मंडी के पनारसा में आयोजित राज्य स्तरीय वन महोत्सव के अवसर पर आईसीडीएस-कॉमन एप्लीकेशन साफ्टवेर फेस-2 का विधिवत उद्घाटन किया गया था।
इस योजना के तहत जिला मंडी में मास्टर ट्रेनर्स की तीन दिवसीय ट्रेनिंग का शुभारम्भ सोमवार को उपायुक्त ने किया। जिसके तहत 240 मास्टर ट्रेनर्स, 120 -120 के दो बैचेस में प्रशिक्षित किये जाएंगे जो जिला मंडी के सभी 3004 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 15 अक्टूबर तक प्रशिक्षित करेंगे।
इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के कार्य में सरलीकरण होगा। वर्तमान में आंगनवाड़ी केंद्र में भरे जाने वाले 11 रजिस्टर की जगह मोबाइल फोन के माध्यम से रियल टाइम बेसिस पर डाटा एंट्री की जाएगी ।
उन्होंने इस कॉमन एप्लिकेशन साफ्टवेयर (सीएएस) के माध्यम से परिवार प्रबंधन, गृह भ्रमण, पोषाहार वितरण, घर ले जाने वाला राशन ग्राम, ग्राम स्तर ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता और पोषण दिवस, बाल विकास निगरानी, आंगनवाड़ी प्रबंधन, टीकाकरण, मासिक रिपोर्ट, कम्यूनिटी बेस्ड इवेंट माडूयल का प्रावधान है जिससे आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को काम करने में बहुत सुविधा मिलेगी।
आईसीडीएस-कॉमन एप्लीकेशनल साफ्टवेयर लागू होने से इस कार्यक्रम में गुणवत्ता के साथ-साथ पारदर्शिता भी आएगी।
उप निदेशक आईसीडीएस राकेश भारद्वाज ने मास्टर प्रशिक्षण बारे विस्तार से जानकारी दी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेन्द्र तेग्टा ने मुख्यतिथि का स्वागत किया।
इस अवसर पर साफ्टवेयर ट्रेनर कल्याण सिंह राठोर, नितेश सिंह ठाकुर, सुनील कुमार, महेश श्रीवाल, अक्षय आनन्द शर्मा, विनायक शुक्ला, आंगनबाडी कार्यकर्ताओं सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
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