
ऊना : सहकारी सभा नंगल सलांगड़ी के खाताधारकों का गुस्सा सोमवार को फूटा। उन्होंने जमा अमानतों के घोटाले के मामले में सोमवार को जिला मुख्यालय ऊना में सहायक पंजीयक सहकारी सभा के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। सहकारी सभा संघर्ष कमेटी के बैनर तले हुए प्रदर्शन में खाताधारकों ने विभाग के अधिकारियों पर सहयोग न करने का आरोप लगाया।
खाताधारकों ने आरोप लगाया कि पंजीयक अधिकारी, सहकारी सभाएं शिमला से अप्रैल में जारी प्रथम दृष्टया मामला दर्ज करवाने के आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं। कमेटी प्रधान शाम चंदेल, उपप्रधान सुरेंद्र शर्मा व सचिव मुनीश शर्मा ने कहा कि ऊना जिला में कई अन्य सहकारी सभाओं में भी घोटाले हुए हैं लेकिन वे सहकारी सभाएं अब भी जैसे तैसे चल रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सहकारी सभा नंगल सलांगड़ी में मिलीभगत से पूरी जमा अमानतें डकार ली गई हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी सहकारी सभा में अनियमितता पाई जाती है तो खाताधारक बड़ी आशा से विभाग में आकर अपनी व्यथा सुनाते हैं। इसके बावजूद इस प्रकरण में विभाग की भूमिका संतोषजनक नहीं है। पिछले पांच साल से उन्हें खाद नहीं मिल रही है। बार-बार आग्रह करने पर भी विभाग मूकदर्शक है। सभा में खाताधारकों की पूरी जमापूंजी का दुरुपयोग पिछले 10 साल से फर्जी कर्ज बनाकर किया गया। जब इस मामले की जांच की मांग की गई तो विभागीय अधिकारियों ने निलंबित सचिव तक ही सभी नोटिस पहुंचा दिए। निलंबित सचिव ने उन कर्जधारकों को निलंबित होने के बाबजूद एनओसी वितरित की।
उन्होंने बताया कि आज भी सभा की मुहर निलंबित सचिव के पास ही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मुहर का दुरुपयोग हो रहा है। चार्ज लेते समय जानबूझ कर पूरा रिकार्ड नहीं लिया गया। अभी कई खाते निलंबित सचिव के पास हैं। एफडीआर और एमआइएस के रजिस्टर भी सभा में नहीं हैं। इस दौरान शाम चंदेल, सुरेंद्र शर्मा, मुनीश शर्मा, जगदेव सिंह, नरेंद्र सिंह, संतोख सिंह, बलबिद्र संधु, जीत संधु, चरन दास, अवतार सिंह, प्रेम पाल, अशोक कुमार, राज कुमार, राज शर्मा, कुलदीप शर्मा, किशोरी लाल, राजेश, जनक राज, विजय कुमार, करनैल सिंह, मोहिदर सिंह, सुषमा, सुनीता, रजनी, दर्शना देवी, शुभ व पूनम सहित अन्य खाताधारक उपस्थित रहे। सभा के सचिव पर एफआइआर दर्ज करवाने की तैयारी कर रहे हैं। मामले की निष्पक्षता से जांच की जाएगी।
-विक्रमजीत सिंह, सहायक पंजीयक अधकारी, ऊना
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