
ऊना : जिला में पिछले 4 दिन से कोविड-19 का ग्राफ जिस तेजी से बढ़ा है उससे एक बार फिर भयावह परिस्थितियां पैदा होती दिखाई दे रही है। हालत यह है कि महज 4 दिन में कोविड-19 के संक्रमण के मामले 150 प्रतिशत तक बढ़ कर सामने आए है। जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने इसे तीसरी लहर का आगाज भी माना है। वहीं जिला वासियों को अनावश्यक घर से बाहर ना निकलने की सलाह देने के साथ-साथ उन्होंने बहुत मजबूरी होने पर भी बिना मास्क घर से बाहर ना निकलने की नसीहत दी है। स्वास्थ्य विभाग के पास जिला ऊना में ऑक्सीजन युक्त 350 बैड की कैपेस्टी है वहीं जिला में 15 दिनों के भीतर ही अत्याधुनिक लैब शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है ताकि अब आरटीपीसीआर सैंपल्स की जांच ऊना में ही हो सके।
लंबे अरसे से खामोश चल रहा कोविड-19 एक बार फिर आंखें दिखा कर डराता नजर आ रहा है। जिला में संक्रमण ने एकाएक ऐसी रफ्तार पकड़ी है कि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के हाथ पैर फूलते नजर आ रहे हैं। सिर्फ 96 घंटे में कोविड-19 के मामलों में 150 प्रतिशत की वृद्धि से हर कोई हैरान है। वहीं इसे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तीसरी लहर का आगाज भी मान चुके हैं। सीएमओ डॉ रमन शर्मा कहते हैं कि इस तरह से संक्रमण के मामलों का बढ़ना तीसरी लहर की तरफ इशारा कर रहा है। कोविड-19 के तहत जारी की गई गाइडलाइंस का पालन कड़ाई से सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्य सचिव के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिला की तैयारियों की समीक्षा भी हुई है।
तीसरी लहर से निपटने के लिए 350 ऑक्सीजन युक्त बेड का इंतजाम कर लिया गया है, वही दवाओं का भी 3 गुना स्टॉक तैयार रखा गया है। डॉ रमन शर्मा का कहना है कि संक्रमण का नया वेरिएंट 3 गुना ज्यादा तेजी से फैल रहा है। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन पर स्वास्थ्य विभाग ज्यादा फोकस कर रहा है। वही होम आइसोलेशन काफी सख्ती से पालन करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरा खाका तैयार कर लिया है। सीएमओ ऊना ने बताया कि जिला में आरटी पीसीआर टेस्टिंग के लिए अत्याधुनिक लैब पूरी तरह से तैयार कर ली गई है। केवल मात्र इसके लिए आईसीएमआर की पीजीआई से आने वाली टीम द्वारा इंस्पेक्शन की जाएगी, तकनीकी स्टाफ की तैनाती करने के बाद इसे शुरू कर दिया जाएगा। 15 दिन के भीतर इसे पूरी तरह से क्रियाशील कर दिया जाएगा।
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