
बिलासपुर : हिमाचल प्रदेश के छह जिलों में दूध की आपूर्ति करने वाली जिला बिलासपुर की व्यासधेनु संस्था अब दो रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी करने जा रही है। चार माह में यह दूसरी बार दाम बढ़ाए जा रहे हैं। चार माह पहले दूध के दाम मैदानी इलाकों में 54 रुपये और पहाड़ों में 58 रुपये प्रति लीटर थे जो अब मैदानी इलाकों में 58 और पहाड़ी इलाकों में 60 रुपये प्रति लीटर होगा।
संस्था ने अपने उत्पाद व्यासधेनु दूध का मूलय 11 फरवरी से बढ़ाने का निर्णय लिया है। प्रदेश के पांच जिलों में लाखों लोगों के लिए यह किसी झटके से कम नहीं है। बिलासपुर शहर समेत कुछ हिस्सों में व्यासधेनु दूध के अलावा दूध का कोई अन्य ब्रांड उपलब्ध नहीं है और ऐसे में यहां दूध उपभोक्ताओं की जेब पर सीधा असर इन नए मूल्यों का होने जा रहा है।
प्रदेश के पांच जिलों व चंडीगढ़ में आपूर्ति
व्यासधेनु संस्था की ओर से हिमाचल प्रदेश के पांच जिलों बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन, मंडी कुल्लू व शिमला और चंडीगढ़ समेत पंजाब के कुछ हिस्सों में दूध की आपूर्ति की जाती है। संस्था का कहना है कि उन्होंने दूध उत्पादकों के जेब का ध्यान करते हुए यह मूल्य वृद्धि की है। इससे दूध उत्पादकों को लाभ होगा, हालांकि दूध उपभोक्ताओं पर जरूर इसके महंगे होने का असर पड़ेगा।
व्यासधेनु की ओर से जारी पत्र के मुताबिक इस 11 फरवरी यानी शनिवार से दूध का नया मूल्य हिमाचल व चंडीगढ़ में 60 रुपये प्रति लीटर होगा, जबकि पंजाब में यह 58 रुपये प्रति लीटर होगा। आधा लीटर का जो पैकेट अब तक 28 रुपये का मिल रहा था, वह अब 29 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बाजार में मिलेगा।
पशुचारा लगातार महंगाई की तरफ बढ़ रहा
व्यासधेनु संस्था बिलासपुर के संस्थापक सदस्य जीतराम कौंडल का कहना है कि महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। यही वजह है कि उन्हें लगातार दूध के दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं। उनका कहना है कि अन्य ब्रांड उनसे अधिक दाम पर ही दूध बेच रहे हैं। पशुचारा लगातार महंगाई की तरफ बढ़ रहा है और उन्हें अब दूध की कीमतों में बदलाव करने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
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