राजकीय महाविद्यालय शाहपुर के भवन में पिछले लंबे समय से दरारें आने के बाद अब कई स्थानों से जमीन धंसने लगी है। लोक निर्माण विभाग ने करीब 20 करोड़ से इस भवन का निर्माण वर्ष 2011-12 में किया था। वहीं, इस भवन को किराये पर लेकर केंद्रीय विश्वविद्यालय ने नौ विभाग चलाए हैं। भवन में दरारें आने और जमीन धंसने से करीब साढ़े सात सौ विद्यार्थियों, शोधार्थियों और स्टाफ सदस्यों में डर का माहौल है।
विधानसभा चुनाव से पहले अक्तूबर से शिक्षा निदेशालय और लोक निर्माण विभाग को पत्राचार के माध्यम से समस्या बताई गई है। इसके बावजूद कोई जवाब नहीं आया है। वर्ष 2017 के बाद से दरारें आने और जमीन धंसने का सिलसिला लगातार जारी है। हर साल होने वाली बरसात में नई जगह जमीन धंसने या दरारें आने से केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रशासन की चिंताएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के शाहपुर परिसर के निदेशक प्रो. भाग सिंह चौहान ने बताया कि पिछले चार-पांच साल से भवन में यह दिक्कतें पेश आ रही हैं।
पिछले दो साल से हर बरसात में दीवारों पर नई दरारें और जमीन धंसने का सिलसिला जारी है। इस समस्या के बारे में उच्च शिक्षा निदेशक को लिखित में बता दिया गया था, लेकिन अभी तक विभाग से कोई जवाब नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि धरातल मंजिल और दूसरी मंजिल पर खतरा ज्यादा है। पहली मंजिल पर ज्यादा खतरा नहीं है। उन्होंने बताया कि खतरा बढ़ने के कारण कई कमरों को खाली करने की नौबत आ गई है।
डीन निदेशक के कमरे को ताला लगाकर बंद कर दिया है। डीन अकादमिक को अन्य कमरे में शिफ्ट किया गया है। भवन बनने के बाद से ही हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय ने इस भवन को किराये पर ले लिया था। तब से लेकर सीयू के विज्ञान संकाय के नौ विभाग इसी भवन में चल रहे हैं। इनमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, गणित, लाइफ साइंसेस, पर्यावरण विज्ञान, लाइब्रेरी साइंस, कंप्यूटर साइंस सहित कुल नौ विभाग शामिल हैं। इसके अलावा विज्ञान की प्रयोगशालाएं और कंप्यूटर लैब भी चल रही हैं। संवाद
भवन का करवाएंगे मुआयना
भवन में आ रही दिक्कतों का मामला ध्यान में लाया गया है। छह फरवरी को लोक निर्माण विभाग, शिक्षा विभाग और केंद्रीय विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों के साथ मौके का मुआयना किया जाएगा। इसके बाद भवन की सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा। – केवल सिंह पठानिया, विधायक, शाहपुर विस क्षेत्र
कोई प्रस्ताव नहीं आया
भवन की मरम्मत के लिए अब तक कोई प्रस्ताव हमारे पास नहीं आया है। केंद्रीय विश्वविद्यालय के जेई ने समस्या के बारे में अवगत करवाया है। अभी तक मौके पर कोई मुआयना नहीं किया है। – राजेश शर्मा, एक्सईएन, लोक निर्माण विभाग शाहपुर
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