धर्मशाला: धौलाधार की चोटियों पर रविवार दोपहर बाद शुरू हुए हल्के हिमपात ने पूरे जिले में शीतलहर बढ़ा दी है। सुबह से आसमान को काले बादलों ने ढक लिया और दोपहर बाद चोटियों में हिमपात शुरू हो गया। सर्दी से बचने के लिए दुकानदारों सहित लोग भी अलाव जलाकर सेंकते नजर आए।
इससे बाजार में लोगों का कम आना-जाना हुआ। हालांकि रविवार को छुट्टी होने से लोग घरों से कम ही बाहर निकले। वहीं, मौसम के करवट बदलने के बाद होटलियरों के साथ पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को अपना कारोबार चकमने की आस बंधी है। धर्मशाला के मैक्लोडगंज से लेकर बीड़-बिलिंग तक कई पर्यटन स्थल हैं, जहां हिमपात होता है।
पर्टयकों से गुलजार होगा क्षेत्र
हिमपात होने से ये सभी स्थल पर्यटकों से गुलजार हो जाते हैं। हालांकि इस बार अभी तक मैक्लोडगंज स्थित नड्डी पर्यटन स्थल को बर्फ ने छुआ था, लेकिन परत नहीं जम पाई। इसी वजह से पर्यटकों की संख्या भी कम रही। अब फिर से हिमपात होने से पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को भी उम्मीद जगी है।
उनका मानना है कि अच्छी बर्फ गिरने से उनका कारोबार पटरी पर लौट आएगा। होटलियरों और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों के मुताबिक नववर्ष से मार्च माह की शुरुआत तक पर्यटन कारोबार ठंडा रहता है। हालांकि पर्यटन स्थलों में हिमपात होने से कुछ हद तक जरूर उन्हें राहत मिलती है। बर्फबारी देखने के लिए सैलानी हिमाचल का रुख करते हैं।
इस बार सीजन में दो बार हुई वर्षा व बर्फबारी
सर्दियों के इस सीजन में अभी तक दो ही बार वर्षा हुई है और पहाड़ियों पर हिमपात हुआ। पांच दिन पहले भी धौलाधार की पहाड़ियों पर काफी हिमपात हुआ था। हालांकि यह बर्फ जल्द ही पिघल गई। किसान-बागवानों और आम लोगों को उम्मीद है कि बर्फ ज्यादा पड़ जाती है तो गर्मियों के मौसम में पानी की किल्लत नहीं होगी।
कृपया अपनी खबरें, सूचनाएं या फिर शिकायतें सीधे [email protected] पर भेजें। इस वेबसाइट पर प्रकाशित लेख लेखकों, ब्लॉगरों और संवाद सूत्रों के निजी विचार हैं। मीडिया के हर पहलू को जनता के दरबार में ला खड़ा करने के लिए यह एक सार्वजनिक मंच है।