CM सुक्खू के हलके के 2 गांवों में बिगड़े हालात, उल्टी और दस्त से 300 से ज्यादा बीमार
January 29th, 2023 | Post by :- | 61 Views

हमीरपुर : हिमाचल प्रदेश के लोगों को भारी बर्फबारी की वजह से परेशानी हो रही है। इसी बीच हिमाचल के हमीरपुर के दो गांव उल्टी-दस्त और बुखार से ग्रस्त हैं। जिला हमीरपुर के रंगस, कंडरोला और जोल सप्पड़ पंचायतों में उल्टी-दस्त और बुखार से ग्रस्त हैं। गांवों में अब तक बीमारी से 300 पीढ़ित लोग मिल चुके हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने भी दोनों गांवों में मोर्चा संभाल लिया है।

स्वास्थ्य विभाग ने किया गांव का दौरा

रविवार सुबह टीमें गांवों का निरीक्षण करने पहुंचे। जल शक्ति विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी हरकत में आए हैं। विभाग ने फिलहाल योजना के तहत पानी की सप्लाई को रोक दिया है। वहीं जल शक्ति विभाग के अधिकारियों ने रंगस गांव का दौरा शुरू कर दिया है। कई घरों में पहुंचकर अधिकारियों ने कर्मचारियों की उस टीम के साथ पानी के सैंपल भी लिए हैं, जिसे पीकर लोग बीमार हुए हैं।

विभाग के एसई नीरज भोगल खुद मौके पर पहुंचकर पीने के पानी की टंकियों को चैक कर रहे हैं, क्योंकि लोगों ने पीने के पानी को ही बीमारी की असली वजह बताया है। वहीं नीरज भोगल का कहना है कि पानी के जो सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, उनकी रिपोर्ट आने वाली है। उसके बाद बताया जा सकेगा कि वास्तव में बीमारी का कारण क्या है।

विभाग ने प्रभावित गांव में मिनरल वाटर की सप्लाई भी बांटना शुरू कर दी है। रंगस इलाके में इसकी कई जगह बोतलें बांटी गई हैं। सभी प्रभावित गांवों में इसे पहुंचाया जाएगा, ताकि पीने के पानी के लिए उन्हें दिक्कत का सामना न करना पड़े।

मरीजों की संख्या 300 के पार

बता दें कि दोनों गांवों में मरीजों की संख्या 300 से ऊपर पहुंच गई है। हर घर से 2 या 3 सदस्य बीमार हैं। रंगस पंचायत के प्रधान राजीव कुमार का कहना है कि दोनों गांवों में हर घर के 2 से 3 लोग बीमार हैं, क्योंकि वे योजना के तहत मिलते वाला गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। उनके घर में भी लो बीमार हैं। कुछ मरीज ज्यादा सीरियस हैं, जिन्हें हमीरपुर रेफर कर दिया गया है। इनमें से 2,3 मरीज रिकवरी के बाद लौट आए हैं, लेकिन कई और मरीज भी हमीरपुर में उपचाराधीन हैं।

पंचायत प्रधान ने कहा कि पानी के भंडार टैंकों की साफ-सफाई भी करवा दी गई है। माना जा रहा है कि पानी में बैक्टीरिया की मात्रा ज्यादा होने की वजह से लोग बीमार हो सकते हैं। कारण यह है कि जिस खड्ड से पानी की सप्लाई हो रही हैं, उसका पानी दूषित है। अगर पानी के सैंपल फेल हुए तो फिर समस्या हो सकती है।

CM सुक्खू के हलके का है गांव

हमीरपुर के जिस गांव में लोग दस्त और बुखार से जूझ रहे हैं, वो गांव खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के इलाके में आते हैं। बता दें कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रैल के तहत आने वाले नियाटी, शंकर, थाई, जंदली राजपूतां, जंदली गुजरां, वन, देही, ठपर और रंगस गांवों में यह बीमारी फैली है। प्लासी कंडरोला में भी काफी लोग बीमार बताए जा रहे हैं।

पंचायत प्रधान ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें प्रभावित गांवों में लोगों की जांच कर रही हैं। जलशक्ति विभाग के अधिकारियों को भी क्षेत्र के सभी पेयजल स्रोतों और सप्लाई लाइनों की जांच एवं टेस्टिंग के निर्देश दिए गए हैं। रोग फैलने के अन्य संभावित कारणों की भी जांच की जा रही है। गौर करने वाली बात ये है कि बीमारी से प्रभावित यह क्षेत्र मुख्यमंत्री सुक्खू के इलाके में पड़ता है।

पानी के सैंपल की हो रही जांच

वहीं एसडीओ रविंद्र कुमार का कहना है कि बीते रोज योजना के अलग-अलग सैंपल बैक्टीरिया की जांच के लिए लैब में भेजे गए हैं। इनकी रिपोर्ट 24 घंटों के बाद यानी आज शाम तक आ जाएगी। उसके बाद पता चल पाएगा कि क्या परकुलेशन बैल में मौजूद पानी में बैक्टीरिया ज्यादा है। यदि ऐसा हुआ तो फिर कुछ और करना पड़ेगा। फिलहाल रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर काम होगा, जबकि जेई वीना देवी का कहना है कि फिलहाल पानी की सप्लाई रोक दी गई है और लोगों को पानी की बोतल पीने के लिए बांटी जा रही हैं।

वहीं उपायुक्त हमीरपुर ने बताया कि इन गांवों में स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मचारियों और आशा वर्कर्स के माध्यम से आवश्यक दवाइयां, ओआरएस के पैकेट्स, क्लोरीन की गोलियां और अन्य सामग्री पर्याप्त मात्रा में पहुंचा दी गई हैं। वहीं जिला स्वास्थ्य अधिकारी और नादौन के खंड चिकित्सा अधिकारी को पूरी टीम के साथ इस क्षेत्र में लोगों से लगातार संपर्क बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।

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