मंडी शहर में लगेंगे 250 सीसीटीवी कैमरे, एसपी कार्यालय में बनेगा कंट्रोल रूम
February 1st, 2023 | Post by :- | 41 Views

मंडी : अब हिमाचल के मंडी शहर की निगरानी सीसीटीवी कैमरे रखेंगे। शहर को अब सीसीटीवी कैमरों की सुरक्षा पुलिस विभाग मुहैया करवाएगा। नगर निगम के इस मामले में हाथ खड़े होने के बाद पुलिस अब हर वार्ड और शहर के मुख्य चौकों पर 250 कैमरे लगाएगी। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है।

फोरलेन पर लग रहे आइटीएमएस प्रणाली के कैमरों के साथ ही इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जा रहा है। मंडी शहर में अभी केवल 25 से 30 कैमरे ही लगे हैं, लेकिन उनका रखरखाव न तो नगर निगम कर पा रहा है और न ही कोई अन्य। ऐसे में पुलिस विभाग इन्हें अपने कंट्रोल में लेगा और इसके अलावा शेष कैमरे भी वार्ड स्तर मुख्य चौराहों पर लगाए जाएंगे।

अब मंडी शहर में 250 कैमरे लगाए जाएंगे। इन सीसीटीवी कैमरों के लिए कंट्रोल रूम भी एसपी कार्यालय में ही होगा। इस पूरी योजना पर पुलिस विभाग ने काम शुरू कर दिया है और अब कंट्रोल रूम बनाने की तैयारी है। इसके बनने के बाद शहर की हर गली पर चौराहा पुलिस की नजर में होगा और इससे सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ेगी। अभी तक शहर में होनी वाली घटनाओं के लिए पुलिस को आस-पास की दुकानों में लगे कैमरों की मदद लेनी पड़ती है। इन 250 कैमरों के लगने से सुरक्षा और कड़ी होगी।

फोरलेन पर पांच जगह कैमरे, सीएम से करवाएंगे उद्घाटन

मंडी शहर से गुजर रहे चंडीगढ़-मनाली फोरलेन मार्ग पर पांच जगहों सुंदरनगर, खलियार, सरकाघाट, जोगेंद्रनगर औट में आइटीएमएस प्रणाली के तहत आनलाइन चालान होने हैं। इसमें सुंदरनगर, खलियार में कैमरे लगाए जा चुके हैं, जबकि सरकाघाट, जोगेंद्रनगर और औट में इनको लगाने की प्रक्रिया शुरू हैं। 15 दिन के ट्रारयल के बाद मुख्यमंत्री से इसका उद्घाटन शिवरात्रि में करवाने के तैयारी है।

हर टनल के बाद भी लगेंगे कैमरे

फोरलेन पर बन रही टनलों के बाहर भी सीसीटीवी कैमरा पुलिस विभाग लगाएगा। इसके अलावा टोल वैरियर पर भी एनएचएआइ की सीसीटीवी कैमरों की सुरक्षा रहेगी। मंडी की एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि मंडी शहर में 250 के करीब सीसीटीवी कैमरे पुलिस विभाग लगाएगा। इसके लिए योजना बनाई गई है। फोरलेन पर भी पांच जगह आइटीएमएस प्रणाली के तहत कैमरे से निगरानी रहेगी।

कृपया अपनी खबरें, सूचनाएं या फिर शिकायतें सीधे [email protected] पर भेजें। इस वेबसाइट पर प्रकाशित लेख लेखकों, ब्लॉगरों और संवाद सूत्रों के निजी विचार हैं। मीडिया के हर पहलू को जनता के दरबार में ला खड़ा करने के लिए यह एक सार्वजनिक मंच है।