शिमला : हिमाचल की राजधानी शिमला में आज सुबह 9:30 से 10:30 बजे तक सबसे ज्यादा बारिश हुई और भारी बारिश के कारण शहर की सभी मुख्य सड़के बंद कर दी गई हैं। राजधानी शिमला सहित पूरे जिले में बीते मंगलवार रात से हुई भारी बारिश ने खूब तबाही मचाई। मंगलवार रात से शुरू हुई बारिश का दौर बुधवार दिनभर जारी रहा। बता दें कि हिमाचल के कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है।
शहर में जगह-जगह भूस्खलन
बारिश के कारण राजधानी शिमला में यातायात पर ब्रेक लगा गया। सुबह 9 बजे तक शहर में यातायात व्यवस्था सुचारू थी। इसके बाद शहर में जगह जगह भूस्खलन, पेड़ गिरने के कारण सर्कुलर रोड़ कई जगह पर बंद हो गया। जिसके चलते वाहनों की आवाजाही पर रूक गई। पुराने बस अड्डे से संजौली वाया छोटा शिमला मार्ग बड़े वाहनों के लिए पहले से बंद है। लेकिन इस मार्ग पर जगह-जगह हुए भूस्खलन के कारण सुबह से ही यह मार्ग छोटे वाहनों के लिए भी बंद कर दिया गया था।
कई जगहों पर हुआ भूस्खलन और पेड़ गिरे
टॉलैंड से बीसीएस, पंथाघाटी, कसुम्पटी मार्ग भी सुबह 9:15 बजे वाहनों की आवाजाही बंद हो गया। बीसीएस के पास भूस्खलन व पेड़ गिरने के चलते बीसीएस नाले के बाद यातायात के लिए अवरूद्ध हो गया। तारा हॉल के आगे भी जगह-जगह भूस्खलन व पेड़ गिरने के कारण यातायात बाधित रहा। शहर में सुबह 9:30 से 10:30 बजे तक सबसे ज्यादा बारिश हुई है। इसके कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लोगों को पैदल दफ्तरों को ओर भीगते हुए जाना पड़ा।
यह मार्ग कर दिए गए हैं बंद
टुटीकंडी फागली खलीनी सड़क— कनलोग व खलीणी बाइफरकेशन पर बंद।
खलीणी बीसीएस विकास नगर मैहली सड़क— तारा माता मंदिर के पास बंद।
मैहली शनान भट्टाकुफर ढली मार्ग— हाउसिंग बोर्ड कालौनी के पास बंद।
मैहली बडागांव आनंदपुर शोघी बायपास— भनोग के पास बंद।
कनेडी हाउस अनाडेल मार्ग —बंद।
विक्ट्री टनल कैथू मार्ग —बंद -विक्ट्री टनल लक्कड़ बाजार संजौली–आईजीएमसी नाले के पास बंद।
ऑकलैंड लोअर भराड़ी कुफ्टाधार—रेडीसन होटल के पास बंद।
बालूगंज समरहिल सड़क—बंद -छोटा शिमला संजौली सड़क—नव बहार के पास बंद।
छोटा शिमला ओकओवर शैलेडे सड़क—मरीना होटल के पास बंद।
नव बहार जाखू–बंद -लिफ्ट टॉलैंड सड़क—होटल होलीडे के पास बंद।
मैहली जुन्गा रोड़ —चाखड़ा के पास बंद। जुन्गा कोटी—-भडेच के पास बंद।
कृपया अपनी खबरें, सूचनाएं या फिर शिकायतें सीधे [email protected] पर भेजें। इस वेबसाइट पर प्रकाशित लेख लेखकों, ब्लॉगरों और संवाद सूत्रों के निजी विचार हैं। मीडिया के हर पहलू को जनता के दरबार में ला खड़ा करने के लिए यह एक सार्वजनिक मंच है।