शिमला : हिमाचल प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में विकास के लिए ब्लू प्रिंट तैयार किया जाएगा। इसके लिए सभी विधायकों से राय ली जाएगी। इसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को प्रस्ताव सौंपा जाएगा। शनिवार को सचिवालय में एचपीटीडीसी के उपाध्यक्ष पद का कार्यभार संभालने के बाद पत्रकार वार्ता करते हुए रघुबीर सिंह बाली ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश को आगे ले जाने के लिए कार्य किए जाएंगे। पर्यटन विकास के लिए पक्ष व विपक्ष के विधायकों से राय ली जाएगी और उनकी ओर से आने वाले सुझावों को लेकर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। इसके अलावा आम जनता से भी राय ली जाएगी और सुझावों पर कार्य किया जाएगा।
केंद्र से टूरिज्म के लिए फंड लाने के भी होंगे प्रयास
आरएस बाली ने कहा कि आगामी समय में पर्यटन के क्षेत्र में युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ाया जाएगा। इसके लिए नए टूरिज्म प्रोजैक्ट्स लाए जाएंगे। इसके अलावा पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के आधार पर भी टूरिज्म प्रोजैक्ट्स शुरू किए जाएंगे। पर्यटन के क्षेत्र में विकासात्मक गतिविधियां बढ़ाने के लिए प्रोफैशनल लोगों की सेवाएं ली जाएंगी। उन्होंने कहा कि वे कहेंगे कम और काम ज्यादा करेंगे और केंद्र से टूरिज्म के लिए फंड लाने व नए प्रोजैक्ट्स लाने के भी प्रयास किए जाएंगे।
कांगड़ा को बनाया जाएगा टूरिज्म कैपिटल
आरएस बाली ने कहा कि कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाया जाएगा। इस दिशा में प्राथमिकता के आधार पर कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की इस सोच को आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य होंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें कैबिनेट रैंक के साथ एचपीटीडीसी व हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड दोनों में महत्वपूर्ण कार्यभार सौंपा है। इससे पहले किसी को भी इस तरह दोनों का कार्यभार नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि वे पहली बार विधायक चुनकर आए हैं और मुख्यमंत्री ने उन्हें इस बड़े विभाग की यह जिम्मेदारी सौंपी है और वह पूरी ईमानदारी से कार्य करेंगे।
एचपीटीडीसी को प्रोफिटेबल बनाने के लिए होगा कार्य
आरएस बाली ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) को लाभकारी बनाने के लिए कार्य किया जाएगा। इसके अलावा एचपीटीडीसी की इकाइयों के ढांचे को बेहतर किया जाएगा और इकाइयों को रैनोवेट किया जाएगा। पर्यटन इकाइयों में कार्यरत कर्मचारियों से भी बात की जाएगी और उनके प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
कृपया अपनी खबरें, सूचनाएं या फिर शिकायतें सीधे [email protected] पर भेजें। इस वेबसाइट पर प्रकाशित लेख लेखकों, ब्लॉगरों और संवाद सूत्रों के निजी विचार हैं। मीडिया के हर पहलू को जनता के दरबार में ला खड़ा करने के लिए यह एक सार्वजनिक मंच है।