प्रवासी मजदूरों के साथ अमानवीय व्यवहार, पशुओं की तरह ट्रक में ठूंसा #
April 6th, 2023 | Post by :- | 29 Views

मंडी : उत्तर प्रदेश, बिहार व राजस्थान के मजदूर क्या इंसान नहीं थे, जो मालवाहकों में पशुओं की तरह ठूंस दिए? दो ट्रकों में 150 पुरुष, महिला और बच्चों को बैठा दिया। मंगलवार को यह संवेदनहीनता दिखाई कुल्लू जिला प्रशासन ने। जले पर नमक छिड़का भुंतर ट्रक यूनियन के चालकों ने जिन्हें आदेश तो मजदूरों को हिमाचल की सीमा से बाहर छोड़ने के थे, लेकिन उन्होंने रात को सभी को सुंदरनगर में ही उतार दिया। हालांकि ट्रक चालकों का कहना है कि उन्हें सुंदरनगर तक ही इन्हें छोड़ने के लिए कहा था।

प्रवासी मजदूरों के साथ अमानवीय व्यवहार

कुल्लू जिला प्रशासन ने भुंतर में ब्यास नदी के किनारे अवैध रूप से झुग्गियां बनाकर रह रहे मजदूरों को मंगलवार को हटाया। उन्हें हिमाचल की सीमा से बाहर छोड़ने के लिए दो ट्रकों की व्यवस्था की गई। ट्रक चालक रात को सुंदरनगर के रोपा में मजदूरों को उतार रहे थे तो एक स्थानीय व्यक्ति प्रेम ने इसके बारे में पुलिस को सूचित कर दिया।

पुलिस मौके पर पहुंची तो सभी को फिर से ट्रकों में बैठाया गया। इसके बाद ट्रक चालक उन्हें बिलासपुर-मंडी जिले की सीमा पर सलापड़ पुल के पार छोड़ आए। साथ ही इसके बारे में बिलासपुर पुलिस को भी सूचित कर दिया।

ट्रकों में ठूंस-ठूंस कर भरे गए लोग

दो ट्रकों में 150 लोगों को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। एक-दूसरे से चिपक कर बैठे बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था। ट्रक चालकों रजत और मुन्ना भगत का कहना था कि कुल्लू प्रशासन ने यूनियन के माध्यम से इन लोगों को सुंदरनगर तक छोड़ने के लिए कहा था। एएसपी मंडी सागर चंद्र ने बताया कि कुल्लू जिला प्रशासन द्वारा प्रवासियों को गाड़ी में उनके गंतव्य के लिए रवाना किया गया था, लेकिन उन्होंने सुंदरनगर के रोपा में अवैध रूप से झोपड़ी लगाने की कोशिश की थी।

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उन्हें ट्रकों में फिर से उनके गंतव्य की ओर रवाना कर दिया है। उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि यूनियन को इन लोगों को हिमाचल की सीमा पर छोड़ने के लिए कहा था, सुंदरनगर में नहीं। बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक गोकुल चंद्रन कार्तिकेयन ने कहा कि मंडी पुलिस ने उन्हें इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी।

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