शिमला व कुफरी में बारिश, मशोबरा में भारी ओलावृष्टि से फसल तबाह
June 4th, 2023 | Post by :- | 150 Views

शिमला : शिमला और कुफरी में जहां रविवार को बारिश हुई, वहीं शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के तहत विकास खंड मशोबरा के अंतर्गत भारी ओलावृष्टि हुई है, जिससे किसानों की फसलों को नुक्सान पहुंचा है। प्रदेश में हो रही बेमौसमी बारिश किसानों-बागवानों के लिए आफत साबित हो रही है। खराब मौसम के कारण पहले ही सेब की फसल आधी रह गई है। अब इससे सेब का रंग व आकार भी प्रभावित हो रहा है। बगीचों में ज्यादा नमी की वजह से स्कैब रोग पनप रहा है। दिगठी-पटगैहर में ओलावृष्टि से फूलगोभी की तैयार फसल को नुक्सान हुआ है और कुछ स्थानों पर बीन की फसल ओले पड़ने  से तीसरी बार प्रभावित हुई है। टमाटर व शिमला मिर्च की फसल को भी क्षति पहुंची है।

5 व 6 जून को भारी बारिश व ओलावृष्टि का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार 5 व 6 जून के लिए अंधड़ चलने का यैलो अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य के मध्य व उच्च पर्वतीय कुछ स्थानों पर 5 से 8 जून तक बारिश हो सकती है, वहीं निचले व मैदानी भागों में 5 व 6 जून को छोड़कर मौसम साफ रहने की संभावना है। मैदानी, मध्य व उच्च पर्वतीय भागों में 5 व 6 जून के लिए अंधड़ चलने का यैलो अलर्ट भी जारी किया गया है। हालांकि प्रदेश के मैदानी इलाकों में धूप खिलने से तापमान में बढ़़ौतरी हुई है। रविवार को ऊना का अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री रहा, जबकि केलांग में 3.8 डिग्री न्यूनतम तापमान रहा। राज्य में पिछले 24 घंटों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई, जिसमें सांगला में 4, सराहन में 3 व कल्पा में 2 मिलीमीटर वर्षा रिकाॅर्ड हुई है। रविवार को शिमला में 0.6 जबकि कुफरी में 11.0 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है।

इस वर्ष मई में हुई रिकाॅर्डतोड़ बारिश
मई में मौसम पहले ही कई रिकाॅर्ड तोड़ चुका है। शिमला में मई की बारिश ने 36 साल का रिकाॅर्ड तोड़ा है। इस वर्ष मई में शिमला में 177.4 मिलीमीटर बारिश हुई है। इससे पहले वर्ष 1987 में 250.3 मिलीमीटर बारिश हुई थी।

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