हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम बदल गया है। शनिवार को रोहतांग और पांगी घाटी सहित ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी हुई है। जनजातीय क्षेत्र पांगी का संपर्क अन्य क्षेत्रों से कट गया है। राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में शनिवार को बूंदाबांदी हुई। रविवार और सोमवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी हुई है। 22 मार्च तक प्रदेश में मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है।
बारिश-बर्फबारी होने से प्रदेश के तापमान में भी कमी दर्ज हुई है। विश्व विख्यात अटल टनल के साउथ पोर्टल सहित अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने पर जिला प्रशासन ने सैलानियों को अनावश्यक यात्रा न करने की सलाह दी है। कुल्लू-किलाड़ मार्ग पर वाहनों की आवाजाही नहीं करने की चेतावनी दी गई है।
शनिवार को रोहतांग दर्रा, मनाली पीक, हामटा पीक, पतालसू पीक, देऊ टिब्बा, हनुमान टिब्बा पर भी बर्फबारी हुई। जिला सिरमौर की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार में डेढ़ फीट तक बर्फबारी रिकॉर्ड हुई है। किसान और बागवान इस बारिश को फसलों के लिए सही मान रहे हैं।
बागवानों का कहना है कि सेब की फ्लावरिंग के लिए यह बारिश वरदान साबित होगी। इधर, जिन फसलों में दाने बन रहे हैं, उनके लिए यह बेहद फायदेमंद बताई जा रही है। उधर, सब्जियों के लिए अधिक बारिश अब ठीक नहीं है। सिरमौर के हरिपुरधार इलाके के बड़ियाल्टा में बिजली गिरने से एक महिला का कच्चा मकान जल गया।
एक दुधारू मवेशी की मौत हो गई। इसके साथ घर में रखे कपड़े, बर्तन समेत अन्य सामान भी आग की भेंट चढ़ गया। पच्छाद इलाके के सराहां सहित कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि से फलदार पौधों को नुकसान पहुंचा है।
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