SFI ने HPU के ERP सिस्टम पर फिर बोला हमला, परीक्षा नियंत्रक को बताईं समस्याएं
February 1st, 2023 | Post by :- | 49 Views

शिमला : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) के एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) सिस्टम पर एक बार फिर एसएफआई ने हमला बोला है। एसएफआई कार्यकर्ताओं ने बुधवार को विद्यार्थियों को पेश आ रही समस्याओं से परीक्षा नियंत्रक प्रो. जेएस नेगी को अवगत करवाया। इस दौरान विद्यार्थियों को परीक्षा फार्म भरने में आ रही दिक्कतों के बारे में भी जानकारी दी गई। एसएफआई के परिसर अध्यक्ष हरीश ने कहा कि संगठन पिछले लंबे समय से यह मांग कर रहा है कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में ईआरपी सिस्टम को सुदृढ़ किया जाए क्योंकि जो भी परीक्षा, परिणाम व फार्म भरने से संबंधित समस्याएं विद्यार्थियों को आ रही हैं, वे सभी समस्याएं ईआरपी सिस्टम की खामियों की वजह से ही आ रही हैं। अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन समस्याओं को दूर करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाया है। स्नातक प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणाम पर सवाल उठने के बाद विद्यार्थियों द्वारा पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करने के 2 माह बाद भी पुनर्मूल्यांकन के परिणाम घोषित नहीं किए गए हैं। उन्होंने कहा कि स्नातकोत्तर स्तर के कोर्सिज के परीक्षा परिणामों में भी कई कमियां हैं, जिन्हें दूर किया जाना चाहिए।

विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटका
एसएफआई के परिसर सचिव सुरजीत ने कहा कि स्नातक प्रथम वर्ष के पुनर्मूल्यांकन के परिणाम अब तक घोषित नहीं होने से विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। उन्होंने कहा कि स्नातकोत्तर स्तर की परीक्षाओं के परिणाम तो घोषित किए जा रहे हैं लेकिन ये परिणाम भी आधे-अधूरे घोषित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को रजिस्ट्रेशन करवाने में भी परेशानी हो रही है।

समस्याओं को जल्द दूर नहीं किया तो होगा आंदोलन
एसएफआई के परिसर अध्यक्ष हरीश ने कहा कि स्नातकोत्तर स्तर पर प्रथम सैमेस्टर में विश्वविद्यालय प्रशासन ने चॉयस बेस्ड सिस्टम लागू कर दिया है और इसके चलते विद्यार्थियों को 2 विषयों में परीक्षा फार्म भरने को कहा गया है, जिसका एसएफआई विरोध करती है। उन्होंने कहा कि उक्त विषय विद्यार्थियों को कक्षाओं में पढ़ाए नहीं गए हैं, जिस कारण विद्यार्थी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि एसएफआई चेतावनी देती है कि समस्याओं को जल्द दूर नहीं किया गया और मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं तो आंदोलन शुरू किया जाएगा।

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