स्थानीय ग्राम पंचायतों में गठित वन अधिकार समितियां अपने स्तर पर बनाएगी वनों के संरक्षण व प्रबंधन की योजना।
तीर्थन घाटी गुशैनी बंजार (परस राम भारती):- वन अधिकार कानून-2006 को देश के अनेकों राज्यों द्वारा प्रभावी तरीके से लागू करवाने के पश्चात अब हिमाचल प्रदेश में भी इसे लागू करने की प्रकिया शुरू हो गई है। इस कानून के लागू होने से अब सरकारी वन भूमि पर कई जनहित के कार्य हो सकेंगे।
जिला कुल्लू की उपमंडल स्तरीय समिति बंजार द्वारा भेजी गई सामुदायक दावों की अधिकतर फाईलों को जिला स्तरीय समिति की ओर से स्वीकृति मिल चुकी है। ग्राम पंचायतों में गठित वन अधिकार समितियों द्वारा अब इस कानून को धरातल स्तर पर लागू करवाने की प्रकिया शुरू कर दी गई है। विभिन्न स्वंयसेवी संस्थाओं के पदाधिकरी गांव गांव में जाकर लोगों को जागरूक करने का कार्य कर रहे है।
वन अधिकार कानून 2006 को लागू करने तथा इस कानून के तहत सामुदायिक वन संसाधनों के संरक्षण एवं प्रबंधन के अधिकार पर चर्चा करने के लिए ग्राम पंचायत कार्यालय पेखड़ी स्थित गुशैनी में वन अधिकार कमेटियों की संयुक्त बैठक पूर्व समिति सदस्य बंजार एंव उपमंडलीय स्तरीय समिति सदस्य ओम प्रकाश की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
इसमें ग्राम पंचायत शरची, शिल्ली, मशियार, तुंग, पेखड़ी, नोहाण्डा, कंडीधार, कलवारी, खावल, थाटीवीड़, खाड़ागाड़ और तान्दी की वनाधिकार समितियों ने भाग लिया।
गौरतलब है कि उपमंडल स्तर बंजार के अतर्गत अभी तक 24 एफआरसी को टाइटल पट्टे मिल चुके हैं। जिनमे ग्राम पंचायत शर्ची की 5, ग्राम पंचायत कंडीधार की 5, ग्राम पंचायत कलवारी की 4, ग्राम पंचायत खावल की 7 तथा ग्राम पंचायत थाटी वीड की तीन वनाधिकार समितियां शामिल है। इसमें बहुत ही जल्द ग्राम पंचायत शिल्ली की चार, ग्राम पंचायत मशियार की पाँच, ग्राम पंचायत तुंग की पाँच, ग्राम पंचायत नोहाण्डा की चार, ग्राम पंचायत पेखडी की पाँच, ग्राम पंचायत खाड़ागाड़ की चार, ग्राम पंचायत सजवाड की एक, ग्राम पंचायत तांदी की पांच, तथा मंगलौर की दो और कुल 35 एफआरसी को सामुदायिक वनसंसाधन
अधिकारों के टाइटल (पट्टे) मिलने वाले है। इसी के अन्तर्गत सहारा तथा हिमालयन नीति अभियान संस्था ने दिनांक 21 तथा 22 अप्रैल 2023 को एक बहुत बड़ी कार्यशाला का आयोजन बंजार के अम्बेडकर भवन में निर्धारित किया है।
हिमालय नीति अभियान के सदस्य एवं ग्राम पंचायत शर्ची के पुर्व प्रधान हरी सिंह ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि इस दो दिवसीय कार्यशाला में जिला स्तरीय समिति के अध्यक एवं जिलाशीश
कल्लू बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगें।
इसके इलावा इस कार्यक्रम में जिला परिषद कुल्लू के अध्यक्ष पंकज परमार, डीएलसी कुल्लू की सदस्य विभा सिंह, पूर्ण चन्द, आशा शर्मा, सदस्य मान सिंह, बंजार एसडीएलसी के अधाक्ष एवं एसडीएम बंजार हेम चन्द वर्मा, वन विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारी गण आमत्रित किए जायेंगे।
इस कार्यशाला के मुख्य रिसोर्स परसन एवं प्रशिक्षक राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ होगे जो सामुदायिक वन संसाधन के संरक्षण एवं प्रबंधन पर महारथ हासिल किए हुए है। इनमें आर श्री धर, दीलिप गौडे, डा. किशोर मोंगे, वीरेन्द्र कुमार, सुधाशू देओ, डा.अमित कलसकर के इलावा श्री संदीप मिन्हास, कुलभूषण उपमन्यु, तथा गुमान सिंह इत्यादि कार्यशाला मे उपस्थित रहेंगे।
इन्होने बताया कि इस कार्यशाला का अयोजन सहारा संस्था के निदेशक एवं सदस्य हिमालय नीति अभियान राजेंद्र चौहान, सहारा के बोर्ड सदस्य एवं पूर्व प्रधान हरि सिंह ठाकुर व सहारा के सदस्य एवं पूर्व प्रधान स्वर्ण सिंह ठाकुर द्वारा किया जाएगा।
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