ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में दुर्लभतम प्रजाति के पशु पक्षियों का भरा पड़ा है भण्डार। #
October 7th, 2023 | Post by :- | 5 Views

तीर्थन घाटी गुशैनी बंजार (परस राम भारती) :- हिमाचल प्रदेश जिला कुल्लु की तीर्थन और सैंज घाटी में स्थित ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क को वर्ष 2014 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर का दर्जा दिया गया। यह नेशनल पार्क भारत के बहुत ही खूबसूरत नेशनल पार्कों में से एक है जिसका क्षेत्रफल करीब 765 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यहां पर अद्वितीय प्राकृतिक सौन्दर्य और जैविक विविधिता का अनुपम खजाना भरा पड़ा है। इस नेशनल पार्क का महत्व यहां पाई जाने वाली दुर्लभतम जैविक विविधता से ही है। वन्य जीव हो या परिन्दा, चिता, भालू, घोरल, ककड़, जेजू राणा, मोनाल सरीखे कई परिन्दे व जीवजन्तु और वन औषधीय जड़ी बूटियां यहां मौजूद है। इस पार्क की विशेषता यह भी है कि यहां पर वन्य जीवों व परिन्दों की वे प्रजातियां आज भी पाई जाती है जो समूचे विश्व में दुर्लभ होने के कगार पर है।

ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क को विश्व धरोहर का दर्जा मिलने के बाद पार्क प्रबंधन द्वारा इस क्षेत्र के सरंक्षण संवर्धन एवं जागरूकता हेतु हर वर्ष 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक वन्य प्राणी सप्ताह के रुप में मनाया जाता है। हर वर्ष की भांति इस बार भी पार्क प्रबन्धन द्वारा शाईरोप में वन्य प्राणी सप्ताह और महिला मेले को बड़ी धुमधाम से मनाया।
2 अक्टूबर को शाईरोपा में यहां की स्थानीय महिलाओं के लिए कुल्लूवी नाटी, कुर्सी दौड़ और मटका फोड़ प्रतिस्पर्धा करवाई गई। सप्ताह भर तक पार्क क्षेत्र के इको जॉन में स्थित स्कुली छात्रों छात्राओं के लिए वन्य प्राणी विषय पर आधारित प्रश्नोत्तरी, पेंटिंग, नारा लेखन, निबन्ध लेखन, भाषण और मैराथन दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया। इस दौरान वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा पार्क क्षेत्र में स्थित दूरदराज इलाकों के विभिन्न स्कूलों का दौरा करके सप्ताह भर वन्य प्राणी एवं हम विषय और वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति छात्र छात्राओं को जागरूक किया है।

इसी कड़ी में आज वन विभाग द्वारा गुशैनी से शाई रोपा तक चार किलोमीटर की मैराथन दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता के लिए छात्र और छात्राओं की चार श्रेणियां बनाई गई थी जिसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गुशैनी के छात्र छात्राओं तथा कुल्लू कॉलेज से आए मास्टर इन टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट विषय के छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया है। डीएफओ कुल्लू एंजल चौहान और डीएफओ सराज बंजार मनोज कुमार ने गुशैनी से प्रतिभागियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

शाई रोपा तक हुई इस चार किलोमीटर की दौड़ प्रतियोगिता में छठी से आठवीं तक की श्रेणी से छात्र वर्ग में समीर ने प्रथम, दिवांशु ने द्वितीय और परीक्षित ने तीसरा स्थान हासिल किया। छात्रा वर्ग में निशा ने प्रथम, साक्षी ने द्वितीय और मुसकान ने तीसरा स्थान हासिल किया है।

नवीं और दसवीं कक्षा की श्रेणी से छात्र वर्ग में रजत ठाकुर प्रथम, रूपेंद्र द्वितीय और देवेंद्र तीसरे स्थान पर रहे। छात्रा वर्ग से गुंजन प्रथम, तनीशा द्वितीय और सनेहा तीसरे स्थान पर रही।

ग्यारहवीं और वाहरवीं कक्षा की श्रेणी में छात्र वर्ग से रोहित ठाकुर प्रथम, वीरेन्द्र कुमार द्वितीय और पुष्पेन्द्र तीसरे स्थान पर रहे। छात्रा वर्ग से रेणुका प्रथम, स्नेहा द्वितीय और मीना तीसरे स्थान पर रही।

ओपन कैटेगरी में एमटीटीएम के छात्र वर्ग से योग राज प्रथम, झाबे राम द्वितीय और ललित ठाकुर तीसरे स्थान पर रहे। छात्रा वर्ग में भावना प्रथम, निशा द्वितीय और दीपा तीसरे स्थान पर रही।
सभी विजेता प्रतिभागियों को पार्क प्रबन्धन की ओर से मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

तीर्थन रेंज शाईरोपा के वन परिक्षेत्र अधिकारी परमानंद ने बताया कि हर वर्ष 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक को वन्य प्राणी सप्ताह के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान स्कूली छात्र-छात्राओं और स्थानीय लोगों के लिए अनेकों गतिविधियां आयोजित की जाती है। इन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में तेजी से विलुप्त हो रही दुर्लभतम प्रजाति के वन्य जीव जंतुओं की सुरक्षा के प्रति लोगों को में जागरूकता पैदा करना है। इस अवसर पर कुल्लू कॉलेज से एमटीटीएम के प्रोफ़ेसर तरूण, डॉक्टर नंदिनी, वन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा गुशैनी स्कुल के अध्यापक विशेष रूप से उपस्थित रहे।

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