शिमला : शिमला-कालका रेल मार्ग पर रेल को दौड़ते हुए देखने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। हालांकि अपने तय लक्ष्य से कुछ दिन देरी से ट्रेन दौड़ेगी, क्योंकि इसका काम अभी पांच प्रतिशत शेष है। अभी इसका 95 प्रतिशत काम ही पूरा हुआ है। आगामी तीन से चार दिन में शिमला-कालका रेललाइन पर ट्रायल होने की संभावना है।
20 करोड़ रुपये में हुई मरम्मत
बता दें कि 14 अगस्त को शिमला में हुई वर्षा से भारी तबाही हुई थी। इसी तबाही के दौरान समरहिल के पास रेलवे की पूरी पटरी बह गई थी। उस दौरान से शिमला-कालका रेललाइन पूरी तरह बंद हो गई थी। अभी तक रेल विभाग ने तारा देवी तक ट्रेन शुरू कर दी है। इस ट्रेक की मरम्मत के लिए 20 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसके लिए पूरी तरह से लोहे का ढांचा विकसित किया है। दिल्ली से आई विशेषज्ञों की टीम ने इसे बनाया है।
बेसब्री से हो रहा रेल चलने का इंतेजार
उम्मीद है कि अगले सप्ताह के अंत तक शिमला तक ट्रेन लाने का ट्रायल दोबारा हो जाए। इससे शहर के पर्यटन कारोबार को तो रफ्तार मिलेगी, इसके साथ ही सहारे चलने वाले घरों को भी काफी राहत मिलेगी। राजधानी शिमला में होटल, टैक्सी से लेकर घोड़े ही नहीं बल्कि भार ढोने वाले कुली भी बड़ी बेसब्री से रेल चलने का इंतजार कर रहे हैं। रेल चलने की समयसारिणी में किया बदलाव शिमला से कालका जाने वाले यात्रियों को अब कालका पहुंचने के बाद हावड़ा व अन्य बड़ी रेलों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
शिमंला की ट्रेनों के समय में हुआ बदलाव
रेल विभाग ने अपनी शिमला की ट्रेनों का समय बदल दिया है। अब यह हावड़ा के समय पर ही वहां पर पहुंचेगी। इसके अलावा ब्राडगेज की बड़ी ट्रेनों को भी इस छोटी ट्रेन के आने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए रेलों के समय में परिवर्तन किया जा रहा है।
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