शिमला : लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह तर्कसंगत राजनीति में विश्वास रखते हैं। ऐसी बात जिमसें तर्क व तथ्य दोनों हों। वह हिमाचल का समर्थन करने पर केंद्र का धन्यावाद करेंगे तथा सहयोग नहीं करने पर वह केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री व अन्य मंत्रियों की आलोचना करने वाले पहले व्यक्ति होंगे क्योंकि लोकतंत्र इसी का नाम है। यह बात उन्होंने मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में भाजपा के एक विधायक के बयान पर पलटवार करते हुए कही। विधायक ने कहा था कि विक्रमादित्य केंद्र का समर्थन भी करते हैं व निंदा भी। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह अंधभक्त की श्रेणी में नहीं आते हैं। हर चीज का केवल समर्थन करना, उनसे नहीं हो पाएगा। उन्होंने कहा कि वह मुद्दा आधारित राजनीति करने में विश्वास रखते हैं। वह उसी का समर्थन करेंगे जो तर्कसंगत हो तथा उसका विरोध करेंगे जो गलत होगा।
आपदा में जिस तरह का सहयोग मिलना चाहिए वह केंद्र से हिमाचल को नहीं मिला
विक्रमादित्य ने कहा कि केंद्र से पीएमजीएसवाई में सहयोग के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री व केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री का आभार जताया है लेकिन जिस तरह से आपदा में हिमाचल को केंद्र से सहयोग मिलना चाहिए था, वह न हीं मिला। हिमाचल को 10000 करोड़ रुपए से अधिक का नुक्सान होने का अनुमान है। इसके लिए केंद्र ने केवल 250 से 300 करोड़ रुपए की वह राशि प्रदान की है, जो हिमाचल को चरणबद्ध तरीके से मिलनी थी लेकिन प्रदेश को विशेष पैकेज नहीं दिया गया है। उसकी उन्होंने कड़े शब्दों में निंदा की।
जनता का सहयोग करना प्रदेश व केंद्र सरकार का दायित्व
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल की दुखी जनता का सहयोग करना प्रदेश व केंद्र सरकार का दायित्व है। प्रदेश सरकार प्रदेश में जनजीवन को पटरी पर लाने में पूरा योगदान रे रही है। उन्होंने कहा कि वह भविष्य में भी जनहित के मुद्दों को उठाने का प्रयास करते रहेंगे।
कृपया अपनी खबरें, सूचनाएं या फिर शिकायतें सीधे [email protected] पर भेजें। इस वेबसाइट पर प्रकाशित लेख लेखकों, ब्लॉगरों और संवाद सूत्रों के निजी विचार हैं। मीडिया के हर पहलू को जनता के दरबार में ला खड़ा करने के लिए यह एक सार्वजनिक मंच है।