क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में प्रसव के बाद महिला की मौत मामले में सोमवार दोपहर बाद परिजनों ने एनएच पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। शहर के रेडलाइट चौक पर करीब डेढ़ घंटे तक हंगामा हुआ। गुस्साए परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। कड़ी मशक्कत करके एएसपी, डीएसपी व एडीसी ने परिजनों को समझाकर शांत करवाया। इसके बाद जाम खोला गया।
रविवार को गगरेट उपमंडल के कुठेड़ा जसवाला की महिला का सामान्य प्रसव क्षेत्रीय अस्पताल में हुआ। विकास चंद का कहना है कि सामान्य प्रसव के बाद उनकी पत्नी मोनिका ठीक थी, लेकिन बाद में ब्लीडिंग होने पर उसकी तबीयत बिगड़ गई तो फिर से उसे अंदर ले जाया गया। डॉक्टर ने एक निजी डॉक्टर से भी सलाह ली। मोनिका को पीजीआई रेफर कर दिया गया। जांच के लिए साथ डॉक्टर भी गईं। पीजीआई पहुंचने पर महिला को मृत घोषित किया गया। सोमवार सुबह बिना पोस्टमार्टम ही शव उनके हवाले किया गया।
सोमवार दोपहर बाद करीब 3:30 बजे पीजीआई से ऊना पहुंचे परिजनों ने रेड लाइट चौक में शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। क्षेत्रीय अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए चक्काजाम कर दिया। सूचना मिलने पर डीएसपी मुख्यालय अंकित शर्मा ने परिजनों को समझाने पहुंचे, लेकिन भड़के लोग नहीं मानें।
एएसपी प्रवीण धीमान और एडीसी डॉ. अमित शर्मा भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाया। तीनों अधिकारियों ने शिकायत पर तुरंत एफआईआर दर्ज करवाकर कार्रवाई की बात कही, लेकिन परिजन अड़े रहे। करीब डेढ़ घंटे तक हंगामा रेडलाइट चौक पर चलता रहा। परिजनों ने एंबुलेंस में पुलिस के साथ जाने को लेकर भी सवाल उठाए। करीब 5:10 बजे कार्रवाई के आश्वासन के बाद शव एंबुलेंस में डाल ले गए।
इससे पहले मायका पक्ष से पहुंचे परिजनों ने क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचकर रोष जताया। मोनिका देवी (21) पत्नी विकास चंद कुठेहड़ा जसवाला सब तहसील घनारी से थी। कश्मीरी लाल और सरवन ने बताया कि क्षेत्रीय अस्पताल में रविवार को ही मोनिका की मौत हो गई थी, लेकिन उसे जानबूझ कर रेफर किया गया। डॉक्टर ने यह सब अपने बचाव में किया है।
मेरी लाडलिए… इक बार उठके मैंनू जफी पा ले…
अपने कलेजे के टुकड़े के शव को देखकर रेड लाइट चौक में चीख पुकार मच गई। कंबल में लपेटे हुए शव को देखकर महिलाएं विचलित हो उठे। झट से महिला ने कंबल खोलना शुरू कर दिया। बेटी के शव को देखकर मां बोल पड़ी मेरी लाडलिए… इक बार उठके मैंनू जफी पा ले… मेरी बेटी नूं मार दिता। पत्नी को खोने के गम में विकास भी खुद को नहीं संभाल पाए। एक-दूसरे से लिपटकर रोष जताया।
डॉक्टर अस्वस्थ, छुटी पर गईं
इस पूरे मामले से जुड़ी स्त्री रोग विशेषज्ञ ने ई मेल के जरिये क्षेत्रीय अस्पताल प्रबंधन को अस्वस्थ होने की सूचना भेजी है। उन्होंने स्वस्थ होने तक छुट्टी होने की बात कही है।
एनएच पर लगा लंबा जाम
चक्काजाम के कारण ऊना-चंडीगढ़, ऊना-हमीरपुर और ऊना-धर्मशाला सड़क मार्ग पर लंबा जाम लग गया। छोटे वाहनों के साथ बड़े वाहन जाम में फंस गए। चक्का जाम के दौरान कुछ वाहनों के आगे बढ़ने पर प्रदर्शनकारी भी उलझ गए। हालांकि मामला शांत हो गया। चक्का जाम के दौरान इमरजेंसी वाहनों को प्रदर्शनकारियों ने रास्ता दिया। प्रदर्शन के बीच महिलाएं व पुरूष सड़क पर बैठकर विरोध जताते रहे। मामला शांत होने के बाद जाम को खुलवाने के लिए पुलिस के पसीने छूट गए। आरटीओ राजेश कौशल ने भी यातायात जाम को खुलवाने के लिए मोर्चा संभाला।
परिजनों की ओर से महिला के इलाज में डॉक्टर की तरफ से लापरवाही बरतने की शिकायत मिली है। मामले में नियमानुसार कार्रवाई अमल पर लाई गई है। -प्रवीण धीमान, एएसपी ऊना।
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