भारी बर्फबारी के चलते जिला किन्नौर ने ओढ़ी सफेद चादर, वाहनों की आवाजाही ठप
January 7th, 2020 | Post by :- | 219 Views

जनजातीय क्षेत्र जिला किन्नौर में सोमवार शाम से हो रही लगातार बर्फबारी के कारण जिला में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिला मुख्यालय रिकांगपिओ सहित ऊंचाई और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हो रहे हिमपात के कारण जिला किन्नौर ने सफेद चादर ओढ़ ली है।

किन्नौर में इस हिमपात के कारण जिला में जहां एक और शीत लहर का प्रकोप बढ़ गया है। वहीं दूसरी ओर जिला किन्नौर के सभी संपर्क सड़क मार्गों पर वाहनों की आवाजाही भी बिल्कुल बंद हो गई है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए परेशानियों से दो चार होना पड़ रहा है।

वहीं रिकांगपिओ से शिमला की ओर तो यातायात सामान्य रूप से चल रहा है, लेकिन एनएच-5 पूह काजा की ओर स्किबा और नाको के पास मार्ग के अवरुद्ध होने से वाहनों की आवाजाही बंद है। जिला में खराब मौसम के चलते मंगलवार को भी रूक रूक कर हिमपात जारी था जबकि निचले इलाकों में रुक-रुक कर बारिश जारी है।

जिला मुख्यालय रिकांगपिओ में मंगलवार को लगभग 6 इंच ताजा हिमपात दर्ज किया गया है। जबकि जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों छितकुल, नेसंग, कुनू चारंग व रक्षम आदि में एक से डेट फुट और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों कल्पा लम्बर, ठंगी, सांगला व यंगपा आदि में लगभग 1 फुट तक ताज़ा हिमपात होने का समाचार है। किन्नौर में हो रही बर्फबारी के कारण जिला के ऊपरी क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति भी बाधित हो गई है, जबकि जिला मुख्यालय रिकांगपिओ के आसपास के क्षेत्रों के अलावा सांगला तहसील में भी बिजली की आंख मिचौली जारी है।

रिकांगपिओ डिपो के सह प्रभारी गोपाल चंद नेगी ने बताया कि निगम की स्किबा, कानम व नाको में 1-1 बस फंसी हुई है। उन्होंने बताया कि संपर्क सड़क मार्गों पर बर्फ जमी होने के कारण वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही है और जैसे ही संपर्क सड़क मार्गों से बर्फ साफ हो जाएगी यातायात को सामान्य रूप से चला दिया जाएगा।

वहीं दूसरी ओर यह इस हिमपात से के कारण किसानों के चेहरे भी खिल गए हैं क्योंकि यह हिमपात सेब जैसी अन्य नगदी फसलों के लिए बहुत लाभदायक माना जा रहा है। वहीं जिलाधीश किन्नौर गोपाल चंद ने बताया कि बर्फवारी से निपटने के लिए सभी विभागों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं और उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह खराब मौसम के चलते घरों से बाहर ना निकले और घरों से बाहर निकलते समय एतिहात बरतें।

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