नाहन : जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में एक पूर्व सैनिक से आनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। नरेश कुमार पुत्र बनवारी लाल निवासी गांव किशन कोट ने बताया कि नाहन के एक निजी बैंक में सुपरवाइजर के पद पर नौकरी देने के नाम पर उससे ठगी कर ली गई। पुलिस वेरिफिकेशन सिक्योरिटी मेडिकल के नाम पर उससे कभी दस हजार, कभी 12 हजार, कभी एक लाख रुपए कर कर कुल 14 लाख रुपये ठग लिए गए।
पांवटा साहिब पुलिस को दी शिकायत में नरेश कुमार ने बताया कि वह 2020 में सेना से सेवानिवृत्त हुए हैं। सितंबर 2021 को उसे 7888313571 मोबाइल नंबर से फोन आया। जिसमें उस व्यक्ति ने कहा कि वह आईसीआईसीआई बैंक कॉर्पोरेट ऑफिस के एचआर डिपार्टमेंट से बोल रहे हैं। आप सेना से रिटार्यड हैं। बैंक पूर्व सैनिकों के लिए कुछ नौकरियां रखता है। इस समय नाहन में सुपरवाइजर का पद खाली है। जिसके लिए हमने आपको फोन किया है। उसने अपना ऑफिस का ऐड्रेस कॉरपोरेट ऑफिस आईसीआईसीआई बैंक लक्ष्मी टॉवर्स बांद्रा मुंबई बताया।
पैन कार्ड और आधार कार्ड नंबर भी ले लिया
खुद को बैंक का एचआर बताने वाले व्यक्ति ने पूर्व सैनिक से पैन कार्ड, आधार कार्ड, मार्क्स शीट पासपोर्ट साइज फोटो भी मांगे, जो भेज दिए। इसके बाद उन्होंने फाइल के 4000 रुपये लिए। उसने अपना गूगल पे नंबर 8077933617 दिया। इसके बाद उन्होंने एक लेटर भेजा, जिसमें 4000 रुपये सिक्योरिटी अमाउंट लिखा था तथा 12500 और मांगे। जो की फाइल अप्रूवल, मेडिकल तथा पुलिस वेरिफिकेशन का मांगा और कहा की यह अमाउंट रिफंडेबल है। जो की पहली सैलरी के साथ वापस हो जाएगा।
कई नंबर से फोन कर मांगते रहे पैसे
इसके बाद उन्होंने फिर 5783 रुपये मांगे। इसके दूसरे दिन फोन आय़ा, तो उसने कहा कि उसका नाम दीक्षा मदान है। वह शिमला के संजौली की रहने वाली है। मुम्बई मे एचआर डिपार्टमेंट में जॉब करती है। उसने कहा कि फाइल को रिओपन करने के 2200 लगेंगे। इसके बाद फिर उसने 10700 रुपये मांगे, वह भी भेज दिए। फिर उसने कभी साइन करके पीपीएफ फाइल और कभी अपॉइंटमेंट लेटर भेज दिया। उसके बाद कभी साइन के नाम पर कभी स्टांपिंग के नाम पर पैसे लेने शुरू कर दिए और इस तरह धीरे-धीरे उनको 13 से 14 लाख रुपये लुटा दिए।
साइबर टीम ने शुरू किया काम
पांवटा साहिब के डीएसपी रमाकांत ठाकुर ने पूर्व सैनिक से 14 लाख रुपए की ठगी की पुष्टि की है। उन्होंने कहा आरोपितों को पकड़ने के लिए साइबर सेल की टीम ने अपना काम शुरू कर दिया है।
कृपया अपनी खबरें, सूचनाएं या फिर शिकायतें सीधे [email protected] पर भेजें। इस वेबसाइट पर प्रकाशित लेख लेखकों, ब्लॉगरों और संवाद सूत्रों के निजी विचार हैं। मीडिया के हर पहलू को जनता के दरबार में ला खड़ा करने के लिए यह एक सार्वजनिक मंच है।