हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की दुर्गम ग्राम पंचायत गाड़ापारली के शाक्टी, मरोड़ और शुगाड़ में 20 से अधिक बच्चे वायरल की चपेट में हैं। इन गांवों तक सड़क नहीं है। ऐसे में इन बच्चों को उपचार के लिए अस्पताल लेकर आना संभव नहीं है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सोमवार को एक टीम शाक्टी मरोड़ गांव के लिए निकली। इस टीम में दो विशेषज्ञ चिकित्सक, एक फार्मासिस्ट, एक नर्स, एक लैब तकनीशियन, एक आशा वर्कर और एक चतुर्थ श्रेणी कर्मी शामिल है। सोमवार को 20 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई चढ़कर सोमवार शाम को ग्राम पंचायत गाड़ापारली पहुंची।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में भेजी गई यह टीम गांव, स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर बच्चों की स्वास्थ्य जांच करेगी। इसके अलावा सफाई और अन्य व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया जाएगा। गौरतलब है कि ग्राम पंचायत गाड़ापारली में बच्चों के वायरल की चपेट में आने से परिजन परेशान हैं। बच्चों में तेजी से वायरल फैल रहा है। ग्रामीणों के अनुसार इस तरह की बीमारी उनके क्षेत्र में पहली बार देखने को मिली है। खंड चिकित्सा अधिकारी बंजार डॉ. सपना शर्मा ने कहा कि ग्राम पंचायत गाड़ापारली में बच्चों के वायरल की चपेट में आने की सूचना मिली है। स्वास्थ्य विभाग ने सात सदस्यों की टीम का गठन किया है, जिसे सोमवार को गाड़ापारली के लिए भेजा गया है। कहा कि टीम बच्चों के अलावा उनके परिजनों की स्वास्थ्य जांच भी करेगी।
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