समुद्रतल से 17490 फीट की ऊंचाई पर स्थित फ्रेंडशिप पीक में 19 नवंबर को हिमस्खलन होने के बाद लापता हुए शिमला के पर्वतारोही आशुतोष का 15 दिन बाद भी कोई पता नहीं चल सका है। समय गुजरने के साथ ही उसके मिलने की उम्मीद टूटती जा रही है। मौसम की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने सर्च ऑपरेशन को रोक दिया है। फ्रेंडशिप पीक के लिए गई बचाव दलों को मनाली लौटने के लिए कहा गया है। तीनों टीमें वहां से मनाली के लिए लौट रही हैं। अब गर्मियों में बर्फ पिघलने के बाद सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा।
शुक्रवार को मौसम ने करवट बदल दी है। आसमान पर बादल छाने और तापमान में गिरावट आने के कारण ऊंची चोटियों में बर्फबारी की भी संभावना जताई जा रही है। शुक्रवार को खराब मौसम के बावजूद आईटीबीपी, डोगरा स्काउट और अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं खेल संस्थान की टीम ने लापता पर्वतारोही की खोजबीन की, लेकिन, उसका कोई पता नहीं चल पाया। गौरतलब है कि 19 नवंबर को शिमला की चौपाल तहसील के अढशाला गांव का आशुतोष फ्रेंडशिप पीक की चढ़ाई करते वक्त हिमस्खलन की चपेट में आने से लापता हो गया है।
वह दो अन्य साथियों के साथ 17 नवंबर को फ्रेंडशिप पीक के लिए गया था। 19 नवंबर को हादसे के बाद उसके दोनों साथी वापस मनाली पहुंचे और पुलिस को इसकी जानकारी दी। 20 नवंबर को एचएचओ मनाली की अगुवाई में एडवेंचर टूर ऑपरेटर एसोसिएशन का बचाव दल मौके के लिए गया, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। हेलिकाप्टर के साथ ही ड्रोन की भी सहायता की गई। लेकिन, हेलमेट, आईस एक्स और हैडलैंप के अलावा कुछ नहीं मिला। एसडीएम मनाली डॉ. सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि मौसम खराब हो रहा है। ऊंचे इलाकों में कभी भी बर्फबारी हो सकती है। ऐसे में सर्च ऑपरेशन चलाना जोखिमपूर्ण है। लिहाजा, सर्च ऑपरेशन रोक दिया गया है। बचाव टीमों को वहां से लौटने के लिए कहा गया है।
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