सिरमौर में असंतुष्ट नेता बन रहे रोड़ा, बिगाड़ सकते हैं पार्टी प्रत्याशियों का खेल #news4
October 27th, 2022 | Post by :- | 76 Views

नाहन : जिला सिरमौर के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस तथा भाजपा के प्रत्याशियों के लिए असंतुष्ट प्रत्याशी गले की फांस बनते जा रहे हैं। ये प्रत्याशी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के जीत के समीकरण बिगाड़ सकते हैं। जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रत्याशी मनीष ठाकुर हैं। यहां पर आम आदमी से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव में उतरे अनिंदर सिंह नाटी भी मजबूत प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे हैं। पांवटा साहिब में सबसे ज्यादा असंतुष्ट भाजपा में हैं। यहां पर भाजपा से निष्कासित पूर्व मंडल महासचिव मनीष तोमर ने निर्दलीय तौर पर नामांकन भरा है, जबकि भाजपा के असंतुष्ट सुनील चौधरी तथा रोशन लाल शास्त्री भी ने भी भाजपा के प्रत्याशी सुखराम चौधरी के खिलाफ निर्दलीय मैदान में उतर कर बिगुल फूंक दिया है। यहां पर कांग्रेस प्रत्याशी करनेश जंग को भी भितरघात का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि टिकट की जंग में पूर्व विधायक सरदार रतन सिंह के पौत्र हरप्रीत सिंह रतन व अवनीत सिंह लांबा दौड़ में थे, जिन्हें टिकट नहीं मिला है।

गंगूराम मुसाफिर दयाल प्यारी पर पड़ सकते हैं भारी

इसके अतिरिक्त पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस में पूर्व मंत्री रहे गंगूराम मुसाफिर ने निर्दलीय तौर पर नामांकन भरा है, जो कि कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी दयाल प्यारी कश्यप के लिए कड़ी चुनौती दे सकते हैं। नामांकन के दौरान भी गंगूराम मुसाफिर ने शक्ति प्रदर्शन किया था। इसके साथ ही यहां पर कांग्रेस और भाजपा में भितरघात की पूरी आशंका है। नाहन विधानसभा क्षेत्र में पिछले पांच वर्ष में विधायक डा. राजीव बिंदल ने विकास तो करवाया है, मगर उन्हें कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की कारगुजारी का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।

श्रीरेणुकाजी में भी भितरघात की आशंका

वहीं, श्रीरेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र में भी भितरघात की आशंका बनी हुई है। दोनों पार्टियों में कई दावेदार थे। श्रीरेणुकाजी में भाजपा ने इस बार टिकट बदलकर नया चेहरा मैदान में उतारा है। भाजपा के पूर्व प्रत्याशी बलबीर चौहान व पूर्व विधायक रूप सिंह टिकट न मिलने से काफी नाराज हैं। अभी इन्होंने पत्ते नहीं खोले कि वह चुनाव में भाजपा प्रत्याशी का साथ देंगे या नहीं। उधर, शिलाई विधानसभा क्षेत्र से भाजपा तथा कांग्रेस में असंतोष तथा गुटबाजी खुलकर सामने नहीं आई है। यहां पर दोनों पार्टियों में भारी भितरघात है, जो कि किसी भी प्रत्याशी को नुकसान पहुंचा सकता है।

 

कृपया अपनी खबरें, सूचनाएं या फिर शिकायतें सीधे [email protected] पर भेजें। इस वेबसाइट पर प्रकाशित लेख लेखकों, ब्लॉगरों और संवाद सूत्रों के निजी विचार हैं। मीडिया के हर पहलू को जनता के दरबार में ला खड़ा करने के लिए यह एक सार्वजनिक मंच है।