यह बात हम सभी जानते है कि ऐसे शादी-शुदा जोडों की संख्या तेजी से बढती जा रही है जिनके बीच प्यार की कमी है। जब दो लोग एक साथ जिंदगी गुजारने का फैसला लेते हैं, तो बहुत से एडजस्टमेंट्स करने पडते हैं। अगर वे मानसिक रूप से परिपक्व हैं, तो ये एडजस्टमेंट्स आसानी से करते अपने बंधन को और मजबूत बनाने में सक्षम रहते हैं, साथ ही रोमांटिक लाइफ में उसकी चमक को बनाए रखने के लिए पॉलिशिंग व देखभाल की जरूरत होती है। विवाह भी ऐसी ही है। रोजाना केयर नहीं करेंगे तो जल्दी ही यह पुरानी हो जाएगी।
पार्टनर की अच्छी आदतों को सराहें, लेकिन गलतियों की ओर भी इशारा करें। गुस्से या मुंह बनाने से बात बनती नहीं, बिगडती है। पार्टनर की सच्ची आलोचना व सुझावों को भी स्वीकारें।
शब्दों में मन की बातें नहीं बता पाते तो हाव-भाव का सहारा लें। बॉडी लैंग्वेज बता देती है कि आप अपने पार्टनर के कितने करीब हैं। एक सहज प्यारी-सी मुस्कान भी वह सब कह देती है, जो हजार शब्द नहीं कह पाते। किसी प्यारी से डेट के बाद उनकी पौकेट में थैंक यू नोट लिख दें। पूर दिन प्यार में गुजरेगा।
सप्ताह में एक दिन एक-दूजे के हो जाएं। टीवी, कम्प्यूटर, सेलफोन, फेसबुक, ट्विटर की कैद से मुक्त होकर साथ समय बिताएं। कभी किसी लव बड्र्स को देखा है! लगता है, जैसे बातें ही खत्म नहीं होती उनकी। मौन को लाइफ में पसरने दें। शेयरिंग के कुछ पल बेडरूम में बिताए पलों से ज्यादा प्यारे होते हैं।
प्यार एक की नहीं, दोनों की इच्छा व जरूरत है। लेकिन पहले पार्टनर की इच्छा को महत्व दें। दोनों इस नियम का पालन करें तो रिश्ता समझौते पर नहीं, प्यार पर टिकेगा रहेगा।
कृपया अपनी खबरें, सूचनाएं या फिर शिकायतें सीधे [email protected] पर भेजें। इस वेबसाइट पर प्रकाशित लेख लेखकों, ब्लॉगरों और संवाद सूत्रों के निजी विचार हैं। मीडिया के हर पहलू को जनता के दरबार में ला खड़ा करने के लिए यह एक सार्वजनिक मंच है।