नाहन : हिमाचल प्रदेश में दिव्यांगों के लिए एचआरटीसी बस में सफर के दौरान किराए में रियायत दी गई है तो वहीं 75 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता होने पर एचआरटीसी में अटैंडेंट समेत दिव्यांग को नि:शुल्क बस सफर की सुविधा है लेकिन 75 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग एक बच्ची व उसकी मां के साथ एचआरटीसी के निरीक्षक द्वारा कार्रवाई करते समय जहां टिकट काटा गया तो वहीं पीड़ित महिला ने निरीक्षक पर अभद्र व्यवहार के आरोप लगाए हैं। मामला नाहन-कालाअंब-त्रिलोकपुर रूट पर पेश आया हैं, जिसके सम्बन्ध में एक शिकायत पीड़ित महिला ने विभाग के उच्चाधिकारियों से भी की है।
दिव्यांग बच्ची के पिता ने बताया कि उसकी बच्ची 75 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग है। बाकायदा बच्ची का प्रमाण पत्र स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाया गया है। बावजूद इसके नाहन-कालाअंब-त्रिलोकपुर मार्ग पर चलने वाली एचआरटीसी की बस में निरीक्षण के दौरान निरीक्षक द्वारा कार्रवाई करते हुए जहां बच्ची का टिकट काटा गया तो वहीं उसकी पत्नी व बच्ची के साथ निरीक्षक ने अभद्र व्यवहार किया है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में एक शिकायत एचआरटीसी के आरएम को लिखित रूप से की गई है। उन्होंने बताया कि निरीक्षक ने दिव्यांग का प्रमाण पत्र को जाली बताते हुए जहां उसकी पत्नी के साथ अभद्र व्यवहार किया तो वहीं भरी बस में लोगों के समक्ष उसकी पत्नी व बच्ची पर निरीक्षक जोर-जोर से चिल्लाते नजर आए। उन्होंने संबंधित विभाग के उच्च अधिकारियों से गुहार लगाते हुए कहा कि भविष्य में ऐसा न हो इसको लेकर संबंधित निरीक्षक के खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए।
उधर, एचआरटीसी सिरमौर के आरएम संजीव बिष्ट ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। दिव्यांग बच्ची की माता की ओर से शिकायत प्राप्त हुई है, जिसमें दिव्यांग बच्ची का टिकट काटे जाने और अभद्र व्यवहार करने के आरोप लगे हैं। निरीक्षक को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है। जवाब मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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