हमीरपुर : भंग कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर का नाम बदलकर राज्य कर्मचारी चयन आयोग होने जा रहा है तथा सितंबर माह में हमीरपुर में नया आयोग अपना काम करना शुरू कर देगा। आयोग से तृतीय श्रेणी की नौकरी के लिए हजारों युवाओं ने लिखित परीक्षा दी थी जिसके परिणाम आना बाकी है और आयोग द्वारा निर्धारित परीक्षाओं का होना भी रूका हुआ था जिससे बेरोजगार युवाओं को भारी झटका लगा था।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से कई बार हमीरपुर व शिमला सहित अन्य जिलों में मिलकर भर्ती प्रक्रिया को चालू करने का आग्रह कर चुके थे। युवाओं के आग्रह के बावजूद मुख्यमंत्री के हमीरपुर दौरे के दौरान नया आयोग खोलने घोषणा के बाद अब हमीरपुर में भंग कर्मचारी चयन आयोग का नाम बदलकर राज्य कर्मचारी चयन आयोग होगा और फिर से भर्तियांं शुरू हो जाएंगी।
बता दें कि 26 दिसंबर 2022 को कर्मचारी चयन आयोग निलंबित किया गया था। उसके बाद 21 फरवरी 2023 कर्मचारी चयन आयोग भंग कर दिया गया था। आयोग में एक के बाद एक पेपर लीक होने के मामले सामने आने लागे और लाखों रूपये पेपर लीक करवाने के लिए गए थे।
आयोग के पूर्व सचिव जितेंद्र कवंर से लेकर वरिष्ठ सहायक उमा आजाद व उसके दो बेटों निखिल आजाद व नितिन आजाद सहित दलाल संजीव कुमार सहित 23 लोगों के खिलाफ 13 पेपर लीक के मामले दर्ज किए जा चुके हैं । विजिलेंस व एसआइटी की संयुक्त जांच में पेपर लीक होने के कई सुराग हाथ लगे हैं और आयोग से पेपर लीक करवाकर लाखों रूपये गोलमाल किया गया है।
प्रदेश सरकार को भी सौंपी हैं रिपोर्ट
एडीजीपी सतवंत अटवाल त्रिवेदी से लेकर पुलिस अधीक्षक विजिलेंस मंडी राहुल नाथ सहित प्रदेश के हर जिला से पुलिस इंस्पेक्टर पेपर लीक मामलों की जांच में जुटे थे और उन्होंने आयोग में होने वाली भर्तियों में हुई हेराफेरी के हर तथ्य को सामने लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है जिसकी रिपोर्ट प्रदेश सरकार को भी सौंपी हैं।
सीएम ने सितंबर में स्थापित करने की कही बात
अब इसके बाद हमीरपुर में लोकसभा चुनावों से पहले नया आयोग स्थापित होने से युवाओं को रोजगार की उम्मीद जगेगी । मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू आयोग को खोलने के मामले में काफी गंभीर हैं तथा उन्होंने सितंबर माह में हमीरपुर में स्थापित करने की बात कही हैं।
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